Faridabad NCR
स्वर्गीय श्रीमति सुनीता अरोरा चेरिटेबल ट्रस्ट ने राष्ट्रपति के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मे महिलाओं व हिन्दू परिवारों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर स्वर्गीय श्रीमति सुनीता अरोरा चेरिटेबल ट्रस्ट ने माननीय राष्ट्रपति जी के नाम डी.सी. साहब को आज ज्ञापन दिया। ज्ञापन में उपरोक्त ट्रस्ट की चेयरपर्सन दीपांशी अरोड़ा ने लिखा है कि 47 दिन पहले ईडी के अधिकारियों पर हमला होने के बाद संदेशखाली की घटना सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल में बच्चों व महिलाओं के साथ बरबर्ता पूर्वक व्यवहार, यौन उत्पीडन और मारपीट की अनेकों घटनाएं निकलकर सामने आ चुकी हैं। केवल पश्चिम बंगाल प्रशासन व पुलिस विभाग की नाकामी का ही यह नमूना नही है, इसमे धार्मिक व राजनितिक मुददे भी शामिल हैं।
इन घटनाओं से पश्चिम बंगाल की हिन्दू महिलाओं एवम् बच्चों की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है। स्थिति इतनी भयानक है कि कई दिनो से हो रहे इन अत्याचारों के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई एफ.आई.आर भी दर्ज नही की है।
दीपांशी अरोड़ा ने कहा कि आर्थिक राजनीतिक तथा धार्मिक मुद्दों मे महिलाओं को साधन बनाना अपमानजनक और निंदाजनक है। हम इन सभी घटनाओं का विरोध करते हैं।
दीपांशी अरोड़ा ने श्रीमति सुनीता अरोडा चैरीटेबल ट्रस्ट के माध्यम से मुख्यतः आठ मांग की है
1. लोकतंत्र में हो रहे महिला एवं मानव अधिकारों के उलंघन पर तुरन्त कड़ी कार्यवाही की जाये।
2. पश्चिम बंगाल मे राष्ट्रपति शासन लागू हो।
3. सभी पीडित महिलाओं, बच्चों व परिवारों को सुरक्षा एवमं आर्थिक सहायता तुरन्त प्रदान की जाये।
4. महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों की कैमरे के समक्ष पूछताछ की जाये।
5. महिलाओ का मनोबल बना रहे इसलिए उन्हें शासन द्वारा प्रशिक्षित परामर्श’ दाताओं द्वारा परामर्श की निःशुल्क सेवा उपलब्ध करवाई जाये।
6. इन विशिष्ट घटनाओं पर बोलने के लिए एक निःशुल्क हैल्पलाईन नम्बर जारि किया जाये जिससे महिलाएं बिना किसी डर के अपनी बात बता सकें।
7. निष्पक्ष जांच के लिए इन मामलो को सी.बी.आई को स्थानांतरित किया जाये।
8. राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग द्वारा दखल देने का हम स्वागत करते हैं।
इस मौके पर दीपांशी अरोड़ा के साथ डॉ तरुण अरोरा एडवोकेट, एडवोकेट मनसा पासवान, बिजेंद्र चंदीला, लक्ष्मी रानी एडवोकेट, सोनिया एडवोकेट आदि मौजूद रहे।