Faridabad NCR
निरोगी हरियाणा योजना का लाभ ज्यादा-से-ज्यादा लोगों तक पहुँचाना सुनिश्चित करें : एडीसी आनन्द शर्मा
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 04 अक्तूबर। एडीसी आनन्द शर्मा ने निरोगी हरियाणा योजना की समीक्षा करते हुए बैठक में उपस्थित चिकित्सा अधिकारियो को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि निरोगी हरियाणा योजना का उद्देश्य लोगों को उनकी सहुलियत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास और श्रम विभागों के अधिकारियों से तालमेल करके बेहतर क्रियान्वयन के साथ ट्रीटमेंट के टारगेट पूरे करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की सैम्पलिगं व रिपोर्ट को सही व समयानुसार तैयार करना सुनिश्चित करें।
एडीसी आनन्द शर्मा आज बुधवार को लघु सचिवालय के बैठक में जिला फरीदाबाद में निरोगी हरियाणा योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे।
समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार के द्वारा शुरू की गई निरोगी हरियाणा योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनकी सहुलियत के अनुसार स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। जिसके अंतर्गत राज्य में रहने वाले का बिल्कुल मुफ्त में मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। ताकि सरकार अपने राज्य में रहने वाले नागरिकों के मेडिकल रिकॉर्ड को अपने पास रख सके। इसके अलावा योजना के अंतर्गत अगर आपको कोई भी गंभीर बीमारी है। तो उसकी जांच भी सरकार निशुल्क की जा रही है। उसके लिए एक भी पैसा आपको देने की जरूरत नहीं है और ना ही आपको हॉस्पिटल के चक्कर लगाने की जरूरत है। बल्कि इस योजना के तहत आवेदन कर कर अपना मुक्त में चेकअप करवाया जा रहा है।
क्या है निरोगी हरियाणा योजना
एडीसी ने कहा कि निरोगी हरियाणा योजना के उद्देश्य, निरोगी हरियाणा योजना के लाभ, पात्रता आयु वर्ग कौन -कौन सी जाँच की जा रही है। निरोगी हरियाणा योजना हरियाणा सरकार के द्वारा संचालित एक जनहितकारी योजना है। योजना के तहत राज्य में रहने वाले नागरिकों का मुफ्त में मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। ताकि अगर कोई गंभीर बीमारी निकले का इलाज निशुल्क किया जा सके योजना के माध्यम से सरकार अपने राज्य के नागरिकों की स्वस्थ संबंधी डाटा को अपने पास रखना चाहती है। ताकि जरूरत पड़े पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। इसके अलावा योजना के माध्यम से राज्य के रहने वाले नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधित सुविधा का लाभ ऑदेना ही योजना का प्रमुख लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा निरोगी हरियाणा योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश राज्य आने वाले नागरिकों को मुफ्त में मेडिकल चेकअप देना है। ताकि अगर उन्हें कोई गंभीर बीमारी है तो उनका इलाज निशुल्क किया जा सके। योजना के तहत राज्य के नागरिकों को उपचार के लिए 6 भागों में विभाजित किया गया है। समस्त परिवार के सदस्य की स्वास्थ्य जांच सुचारू रूप से आयु अनुरूप होने से संक्रमण की जांच की जा सकेगी।जिसके लिए 25 से ज्यादा परीक्षण की श्रृंखला निर्धारित की गई है। इसके अलावा दूसरे प्रकार के अन्य टेस्ट भी डॉक्टर के सलाह पर किए जा रहे हैं और 2 दिनों के भीतर रोगी को उसके टेस्ट का रिपोर्ट भी दी जा रही है। इन टेस्टो को करने के लिए कोई भी पैसा सरकार लाभार्थी से नहीं ली जा रही है, बल्कि निशुल्क में सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
एडीसी आनन्द शर्मा ने कहा निरोगी हरियाणा योजना के तहत हरियाणा के सभी लोगों का मुफ्त में चेकअप किया जा रहा है। योजना का लाभ राज्य के सभी उम्र के नागरिकों को प्रदान किया जा रहा है। वहीं इस योजना के द्वारा राज्य में रहने वाले नागरिकों को चेकअप करने के लिए सरकारी हॉस्पिटल के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य की जांच निशुल्क होने से समय और पैसे दोनों की बचत हो रही है। वहीं स्वास्थ्य की जांच होने से लोगों को कौन बीमारी है, उसका उपचार भी किया जा रहा है।
इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रथम चरण में 32 चिकित्सा संस्थाओं को सरकार के द्वारा चयनित किया गया है। समस्त परिवार के सदस्यों स्वास्थ्य जांच सुचारू रूप से करने के लिए आयु के अनुरूप विभाजित किया गया है ताकि आयु अनुरूप होने वाले संक्रमण/गैर संक्रमण रोग की जांच की जा सके। आयु के अनुरूप 25 बीमारियों का परीक्षण किया जा रहा है। इस योजना के तहत मुफ्त में दवाइयां भी दी जा रही है।
एडीसी ने कहा कि निरोगी हरियाणा योजना के माध्यम से राज्य के नागरिकों को काफी लाभ पहुंच रहा है। सभी आवश्यक बीमारियों का टेस्ट यहां पर निशुल्क किया जा रहा है। एडीसी आनन्द शर्मा ने आगे कहा कि एनीमिया उन्मूलन के दौरान एचबी टेस्ट जरूर करवाए। जिला में एनीमिया उन्मूलन सप्ताह आगामी दिसम्बर माह तक चलेगा। जिसके दौरान जिला के सभी स्कूलों, सब सेन्टरों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नागरिकों के एच.बी.टेस्ट किए जाएंगे।
बता दें कि जिला फरीदाबाद में सभी 379 स्कूलों के लगभग 130000 विद्यार्थियों का एनीमिया चैक किया जाएगा। वहीं हैल्थ चैकअप कैम्पों के बाद जरूरत मंद विद्यार्थियों को ईलाज भी दिया जाएगा।
एडीसी ने बताया कि एनीमिया एक रक्त विकार है, जिसमें लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य स्तर से कम हो जाती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम होती है। किसी भी मामले में, शरीर के चारों ओर रक्त प्रवाह में कम मात्रा में ऑक्सीजन ले जाया जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), हीमोग्लोबिन नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग करके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की खराबी है। एनीमिया एक आम रक्त स्थिति है।
डिप्टी सिविल सर्जन डाक्टर रचना मिश्रा ने बताया कि जांच के दौरान जिस व्यक्ति का एच.बी. 7 ग्राम से कम मिलता है, तो उसको जिला के नागरिक अस्पताल में रेफर किया जाता है और जिसका एच.बी. 7 ग्राम से 11 ग्राम है उसको एक माह की दवाई दी जाएगी। एक माह पश्चात उसका पुन: टेस्ट किया जाएगा और आवश्यकता अनुसार उसका ट्रीटमेंट किया जायेगा। खासकर महिलाओं में यह देखा गया है कि मासिक धर्म वाली पांच में से एक महिला और सभी गर्भवती महिलाओं में से आधी एनीमिया से ग्रसित हैं। लक्षण पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर डा को दिखाएं।
ये हैं एनीमिया के लक्षण
डिप्टी जिला चिकित्सा अधिकारी ने आगे बताया कि कमजोरी, आसानी से थक जाना, पीली त्वचा, सांस की तकलीफ, ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन, बार-बार सिरदर्द होना, चिड़चिड़ा व्यवहार, फटी या लाल जीभ, भूख में कमी, खाने की अजीब सी लालसा आदि होने पर तुरंत अपने नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डा को दिखाना चाहिए।