Faridabad NCR
खुद को सक्षम और कौशलवान बनाये युवाः कुलपति प्रो. तोमर
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 1 अगस्त। जे.सी. बोस बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. एस. के. तोमर ने आज छात्रों से आह्वान किया कि वे जीवन की चुनौतियों का सामना बेहतर ढंग से करने के लिए खुद को सक्षम और कौशलवान बनाये।
कुलपति प्रो. तोमर विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित ‘इलेक्ट्रॉनिक प्रसार’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सामाजिक कार्यकर्ता एवं रोटरी क्लब फरीदाबाद के सदस्य श्री संदीप सिंघल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रदीप डिमरी, कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा और डीन (एफईटी) प्रो. एम.एल. अग्रवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आयोजन कार्यशाला के माध्यम से स्कूली छात्रों को विज्ञान और इंजीनियरिंग का बुनियादी ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से लिए किया गया था। कार्यशाला में फरीदाबाद के सेक्टर-86 स्थित साईं धाम के शिरडी साईं बाबा स्कूल के 11वीं और 12वीं के छात्र शामिल हुए। कार्यशाला का समन्वय माइक्रोबर्ड क्लब के छात्र वालंटियर्स द्वारा फैकल्टी कोऑर्डिनेटर डॉ. रश्मि चावला और श्रीमती संगीता ढल की देखरेख में किया जायेगा।
प्रो. तोमर ने कहा कि युवा किसी भी देश की ताकत होते हैं और एक विकासशील राष्ट्र के रूप में हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने युवाओं की अपार ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाएं। हमें उन्हें न केवल कुशल बनाना है बल्कि उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक भी बनाना है। उन्होंने कहा कि छात्र का सामाजिक विकास उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि व्यक्तिगत या शैक्षणिक विकास।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एस. संदीप सिंघल ने स्कूली छात्रों के लिए व्यावहारिक कार्यशाला आयोजित करने की विश्वविद्यालय की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय हमेशा सामाजिक कार्यों में सबसे आगे रहा है और छात्रों को कौशल और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करके समाज में बहुत योगदान दे रहा है।
इससे पहले, प्रो. प्रदीप डिमरी ने अतिथि एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग स्कूली छात्रों के लिए 30 घंटे की कार्यशाला आयोजित कर रहा है। कार्यशाला के दौरान छात्रों को विश्वविद्यालय में स्थापित गोदरेज दिशा केंद्र के माध्यम से घरेलू उपकरणों के बारे में बुनियादी कौशल और ज्ञान प्रदान किया जाएगा।