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Faridabad NCR

मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने पौष्टिक आहार से हड्डियों को स्वस्थ बनाने के प्रति जागरूक करने के लिए ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाया

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 2 सितंबर। मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने हड्डियों के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाया। यह राष्ट्रीय कार्यक्रम स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने और क्रोनिक बीमारियों को रोकने में पोषण के महत्व पर जोर देता है और अधिक स्वस्थ, संतुलित जीवनशैली को बढ़ावा देने के हमारे मिशन को सपोर्ट करता है। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती में पोषण की भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। अपने दायित्व के रूप में, हॉस्पिटल समाज को संतुलित आहार के सेवन के बारे में शिक्षित करने और प्रेरित करने के लिए कई पहल शुरू कर रहा है। इस कार्यक्रम का नेतृत्व ऑर्थोपेडिक्स एवं जॉइंट रिप्लेसमेंट के क्लिनिकल डायरेक्टर एवं एचओडी डॉ. अनुराग अग्रवाल, फिजियोथेरेपी एवं रिहैबिलिटेशन के यूनिट हेड डॉ. कपिल चौहान और न्यूट्रिशन एवं डायटेटिक्स की यूनिट हेड डॉ. नीति शर्मा द्वारा किया गया।

हड्डियों का स्वास्थ्य पोषण और हमारे शरीर की पूरी सेहत से जुड़ा हुआ है, क्योंकि हड्डियों को अपनी ताकत, डेंसिटी (हड्डियों के अंदर मौजूद बोन मिनरल्स की मात्रा) और ढांचे को बनाए रखने के लिए विशेष पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इस कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ नागरिकों सहित प्रतिभागियों को हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से गोल्ड कार्ड प्रदान किए गए।

डॉ. अनुराग अग्रवाल, क्लिनिकल डायरेक्टर एवं एचओडी-ऑर्थोपेडिक्स एवं जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग ने घुटने के दर्द को रोकने के टिप्स पर जानकारी देते हुए कहा कि “हड्डियों का स्वास्थ्य अच्छा बनाए रखना सभी के लिए आवश्यक है, न कि केवल बुजुर्गों के लिए। हमारी हड्डियां चलने-फिरने और रोजमर्रा की एक्टिविटी के लिए आवश्यक स्ट्रक्चर और सहारा प्रदान करती हैं और वे हमारे महत्वपूर्ण अंगों की रक्षा भी करती हैं। पौष्टिक आहार हड्डियों की मजबूती बनाए रखने और हड्डियों से संबंधित बीमारियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों के विकास और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण हैं, लेकिन मैग्नीशियम, फास्फोरस और प्रोटीन जैसे अन्य पोषक तत्व भी जरूरी हैं। इन पोषक तत्वों से भरपूर आहार और नियमित शारीरिक एक्टिविटी युवावस्था में हड्डियों का निर्माण करने और उम्र बढ़ने पर हड्डियों की डेंसिटी को बनाए रखने में मदद कर सकती है। उचित पोषण के बिना हमारी हड्डियां कमजोर और खोखली हो जाती हैं, जिससे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है और इससे घुटनों में दर्द, पीठ दर्द और अन्य जोड़ों में दर्द होता है। संतुलित आहार और एक्टिव जीवनशैली के माध्यम से हड्डियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर, हम जीवन भर की ताकत, चलने-फिरने और आत्मनिर्भरता के लिए आधार तैयार करते हैं।”

डॉ. कपिल चौहान, यूनिट हेड- फिजियोथेरेपी एवं रिहैबिलिटेशन ने कहा कि, “हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने और सुधारने के लिए फिजियोथेरेपी आवश्यक है। सटीक जगह की एक्सरसाइज और रिहैबिलिटेशन कार्यक्रमों के माध्यम से, हम हड्डियों को मजबूत बनाने, संतुलन में सुधार करने और मोबिलिटी (जोड़ों को हिलाने और मांसपेशियों को आसानी से और आराम से इस्तेमाल करने की क्षमता) बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। वेट-बियरिंग (वजन उठाने वाली) और रेजिस्टेंस एक्सरसाइज हड्डियों के निर्माण और हड्डियों की डेंसिटी को बढ़ाते हैं, जो ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य मरीजों को उनकी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक उपकरणों और तकनीकों से सशक्त बनाना है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सक्रिय, आत्मनिर्भर जीवन जी सकें।”

डॉ. नीति शर्मा, यूनिट हेड – न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स कहती हैं, “फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और डेयरी प्रोडक्ट्स से भरपूर आहार हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। खराब पोषण के कारण कमियां हो सकती हैं, जिससे समय के साथ हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। हमारा लक्ष्य लोगों को आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करके उन्हें स्वस्थ विकल्प चुनने में सक्षम बनाना है, जिससे उन्हें और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य परिणाम प्राप्त हो सकें। कैल्शियम के अब्सॉर्प्शन को शरीर में बढ़ाने के लिए फिजिकल एक्टिविटी (व्यायाम) करना जरूरी है। ऐसा करने से कैल्शियम का अब्सॉर्प्शन बढ़ता है और हड्डियाँ मजबूत बनी रहती हैं। अगर बच्चों को बचपन से ही संतुलित आहार दिया जाए और भविष्य में भी उन्हें लगातार संतुलित आहार दें तो बढ़ती उम्र में किसी को हड्डियों से जुड़ी समस्या नहीं होगी।”

सत्यम धीरज, फैसिलिटी डायरेक्टर, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद कहते हैं, “मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद में हम मानते हैं कि हड्डियों का स्वास्थ्य सम्पूर्ण सेहत का एक महत्वपूर्ण भाग है। उचित पोषण मजबूत और स्वस्थ हड्डियों का आधार है। कैल्शियम, विटामिन डी और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर आहार पर ध्यान केंद्रित करके, हम अपने रोगियों को सक्रिय और संपूर्ण जीवन के लिए आवश्यक हड्डियों को मजबूत बनाने और उसे बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य आजीवन हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, फ्रैक्चर को रोकने और हमारे सभी रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आवश्यक शिक्षा और संसाधन उपलब्ध कराना है।”

भारत की जनसंख्या को अनेक पोषण संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। भारत में सबसे आम पोषण संबंधी समस्याएं मानव शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी के कारण पैदा होती हैं। अनेक समस्याओं में से विटामिन ए की कमी, आयरन की कमी, प्रोटीन की कमी, आयोडीन की कमी और विटामिन डी की कमी सबसे अधिक आम हैं। स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित आहार आवश्यक है। कुपोषण के कई रूप हैं, जिनमें अल्पपोषण (क्षीणता या बौनापन), अपर्याप्त विटामिन या खनिज, अधिक वजन, मोटापा और इसके परिणामस्वरूप आहार-संबंधी नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (वे बीमारियां होती हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता) शामिल हैं।

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