Faridabad NCR
मीडिया विभाग की डॉक्यूमेंट्री ‘आशा की किरण’ को मिला द्वितीय पुरस्कार

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 02 जून। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के मीडिया विभाग की डॉक्यूमेंट्री ‘आशा की किरण’ को द्वितीय पुरस्कार के रूप में 5100 रूपये की राशि एवं सर्टिफिकेट प्राप्त हुए। मीडिया विद्यार्थियों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय फिल्म महोत्सव में दूसरा पुरस्कार जीतकर अपनी यूनिवर्सिटी का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने विभाग और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उन्हें उनके उज्जवल भविष्य के लिए मंगल कामना की। श्री तोमर ने कहा कि सिनेमा समाज को प्रेरित करने वाली रचनात्मकता का एकमात्र ध्येय होना चाहिए। वर्तमान युवाओं में बहुत आत्मबल है उनका प्रत्येक निर्णय, उनकी हर गतिविधि लोकहित एवं राष्ट्रहित में होगी तो 2047 का विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित समय से पहले प्राप्त हो सकता है।
जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभागाध्यक्ष प्रो. पवन सिंह ने मीडिया विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा जिस तरह ‘आशा की किरण’ डॉक्यूमेंट्री एक संघर्षशील महिला के लिए सफलता की कहानी है। उन्होंने कहा कि वास्तविक जीवन में भी संघर्ष गाथा के परिणाम सुखद अनुभूति प्रदान करने वाले होते हैं। डॉक्यूमेंट्री निर्माण में हेमंत शर्मा डायरेक्टर, एडिटिंग धीरेन सिंह, स्क्रिप्टिंग एवं वॉइस ओवर कनिष्का मिश्रा, वीडियोग्राफी विस्तृत गुप्ता की विशेष भूमिका रही।
हेमंत शर्मा ने बताया कि महिला सशक्तिकरण का संदेश देती ‘आशा की किरण’ डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिल्ली की रिक्शा चालक एक महिला के संघर्ष को बयां करती कहानी है जो अन्य महिलाओं एवं लड़कियों को प्रेरित करने का माध्यम बनती है। तीर्थस्थान पर भ्रमण के दौरान उक्त महिला से मुलाकात हुई तो बातचित से पता चला कि उनके रिक्शा चलाने के पीछे कितना बड़ा संघर्ष रहा है। उसी को आधार बनाकर डॉक्यूमेंट्री बनाई गई।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मीडिया विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय फिल्म महोत्सव में जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विद्यार्थियों की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘आशा की किरण’ ने दूसरा पुरस्कार जीता है। इस फिल्म के एडिटर धीरेन सिंह ने बताया कि इस उपलब्धि में विभागाध्यक्ष प्रो. पवन सिंह की प्रेरणा, वरिष्ठ प्रशिक्षक दुष्यंत त्यागी, प्रॉडक्शन सहायक पंकज सैनी, प्रॉडक्शन सहायक अंजू सिंह के मार्गदर्शन के चलते हमारे ग्रुप की यह निरंतर पांचवी जीत है। इससे पहले विभिन्न फिल्म फेस्टिवल में डॉक्यूमेंट्री ‘बिजली महादेव मंदिर’ को प्रथम एवं तृतीय पुरस्कार, ‘श्रम सारथी सेवा भारती’ को द्वितीय, ‘ज्योतिसर: गीता का जन्मस्थल’ को द्वितीय और वर्तमान में डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘आशा की किरण’ को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।