Faridabad NCR
सेक्टर 7- ए पार्क में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचे विधायक नरेंद्र गुप्ता
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : सेक्टर 7- ए पार्क में देवेंद्र गुप्ता जी द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में वृंदावन से पधारे कथा व्यास श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री ने महारास लीला का प्रवचन करते हुए उसका अध्यात्मिक भाव बताया। कथा के दौरान फरीदाबाद शहर से विधायक नरेंद्र गुप्ता विशेष अतिथि के रुप में मौजूद रहे इस मौके पर उन्होंने आयोजकों को श्रीमद् भागवत कथा के लिए बधाई दी। विधायक नरेंद्र गुप्ता ने कथावाचक श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री जी का आशीर्वाद लिया और कहा कि जगत में भगवान की कृपा बिना कुछ भी संभव नहीं है। भगवान के नाम से ही सारे पाप दूर होते हैं। मानव मात्र को ही समाज में अच्छे कर्म करना चाहिए। प्राप्त ओहदा का सदुपयोग करना चाहिए व फल की कामना किए बगैर कर्म करते रहना चाहिए। अच्छे कर्म का फल हमेशा अच्छा मिलता है और बुरा कर्म का फल बुरा होता है इसलिए हमें हमेशा सत्कर्म करना चाहिए।
कथा के दौरान ठाकुर जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के महारास में जो गोपियां सम्मिलित हुई वह कोई साधारण गोपिया नहीं थी बल्कि वे गोपियां तो देव रूपा, ऋषि रूपा, वरदान रूपा, रिचा रूपा, साधन सिद्धम गोपियां थी। जो भगवान के कृष्ण अवतार की महारास लीला में प्रकट होकर लीला के महत्व को बढ़ाने का काम कर रही थी।
श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री जी ने कथा सुनाते हुए कहा कि जीव है गोपियां और ईश्वर है साक्षात श्री कृष्ण अर्थात भगवान श्री कृष्ण का रूप है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण कोई साधारण 8 मार्च शरीर गोपियों के साथ रासलीला नहीं कि अपितु अपनी ही अंश सुना कर गोपियों के साथ रात किया जो जीव और ईश्वर का ही विशुद्ध मिलन है इस प्रसंग का शर्मा करने से प्राणी के पापों का नाश हो जाता है एवं उसका अंत करण निर्मल होता है तथा उसे कृष्ण भक्ति प्राप्त होती है तथा अंत में कृष्ण लोक को प्राप्त कर लेता है कथा के उपरांत कृष्ण चंद्र शास्त्री जी ने जिन्हें ठाकुर जी के नाम से जाना जाता है ब्रज वासियों को बैकुंठ लोक का दर्शन वरुण लोक की यात्रा भगवान का मधुर गमन श्री कृष्ण वध एवं भगवान के 16108 विवाह का संक्षिप्त वर्णन करते हुए श्री कृष्ण एवं रुक्मणी विवाह का विस्तार से वर्णन किया।
इस अवसर पर रुक्मणी और श्री कृष्ण भगवान की की झांकी निकाली गई। जिसमें भक्तों ने भाव विभोर होकर बरात में भाग लिया और नृत्य करते हुए आनंद लिया। इस मौके पर हजारों भक्तों के रूप में कथा प्रवचन सुनने के लिए मौजूद रहे। इस मौके पर आयोजक देवेन्द्र गुप्ता, जितीन गुप्ता, रमेश झवर, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, बच्चुमल सिंगला, अनुज गुप्ता, अरूण बजाज, प्रेम पसरीजा, कैलाश शर्मा, महेश गोयल एवं राकेश गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।