Faridabad NCR
एनपीटीआई और एनआईएसई के बीच हुआ एमओयू, सूर्य-मित्र बनकर करेंगे देशहित में कार्य
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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : बेहतर रोजगार क्षमता, सृजन और उद्यमिता की दिशा में कौशल विकास कार्यक्रमों यानी “सूर्य-मित्र” बनकर प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के उद्देश्यों को गति देने के लिए राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (एनपीटीआई) और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है। यह एमओयू फरीदाबाद-गुरूग्राम राजमार्ग स्थित एनआईएसई के कार्यालय में किया। समझौता ज्ञापन पर एनपीटीआई की ओर से महानिदेशक डा. तृप्ता ठाकुर और एनआईएसई की ओर से महानिदेशक प्रो. मोहम्मद रिहान ने हस्ताक्षर किए।
एमओयू के अनुसार एनआईएसई और एनपीटीआई में चलाए जाने वाले पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स (पीजीडीसी) को संयुक्त रूप से आगे चलाया जाएगा। अक्षय ऊर्जा में पीजीडीसी कोर्स 50-50 प्रतिशत साझेदारी में शुरू किया जाएगा। छात्र एक सेमेस्टर एनपीटीआई में और एक सेमेस्टर एनआईएसई में अध्ययन करेंगे। प्रवेश प्रक्रिया और छात्रों के शामिल होने का ध्यान एनपीटीआई द्वारा रखा जाएगा, हालांकि प्रवेश के लिए उम्मीदवारों तक पहुंचने के लिए विज्ञापन और अन्य प्रक्रिया दोनों द्वारा की जाएगी। एक दूसरे के संकाय, प्रशिक्षुओं और छात्रों को कैंपस, लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, सिम्युलेटर, परीक्षण और अन्य प्रयोगशाला सुविधाओं का आदान-प्रदान निःशुल्क रहेगा।
एनपीटीआई की महानिदेशक डॉ. तृप्ता ठाकुर ने एमओयू पर बोलते हुए कहा है कि एनआईएसई का लक्ष्य देश और विदेश में सौर ऊर्जा के विकास, प्रचार और व्यापक उपयोग के लिए सरकार और संस्थानों, उद्योग और उपयोगकर्ता संगठनों के बीच एक प्रभावी इंटरफेस बनना है। इसलिए एनपीटीआई और एनआईएसई दोनों अक्षय ऊर्जा क्षेत्र, विशेष रूप से उद्योग, उपयोगिताओं और अन्य सभी संबंधित हितधारकों को कवर करने वाले सौर ऊर्जा के संबंध में एक एकीकृत और सहयोगी तरीके से एक साथ काम करने के लिए सहमत हैं।