Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र के साथ मिलकर पानीपत जिले में कौशल अभियान चलाएगा। इसी कड़ी में कुलपति श्री राज नेहरू और सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र के अध्यक्ष श्री पवन जिंदल की उपस्थिति में एमओयू हुआ। कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ और केंद्र के सचिव राकेश अग्रवाल ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू के अंतर्गत समालखा के पट्टी कल्याणा स्थित सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र में पांच शॉर्ट टर्म स्किल कोर्स शुरू किए जाएंगे।
इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि कौशल में कई सामाजिक समस्याओं का समाधान है। बेरोजगारी खत्म करने के लिए कौशल अत्यंत आवश्यक है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर कौशल के अभियान को और व्यापक बनाएगा, ताकि हर युवा को कुशल बनाकर उसे इंडस्ट्री और स्वावलंबन के लिए सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सेवा साधना केंद्र की अवधारणा अत्यंत व्यापक है। इस संगठन के साथ मिलकर कौशल प्रदान करने के अभियान को बड़ा स्वरूप देने में सफलता मिलेगी।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर आर. एस. राठौड़ ने बताया कि इस एमओयू के अंतर्गत सेवा साधना केंद्र में कंप्यूटर, स्मार्ट प्लंबिंग, स्मार्ट इलेक्ट्रीशियन, ब्यूटी वैलनेस और सिलाई के शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू होंगे। इससे आसपास के देहात के युवकों और युवतियों को प्रशिक्षण एवं प्रमाणपत्र प्रदान कर इंडस्ट्री में काम करने और अपना काम शुरू करने योग्य बनाया जा सकेगा। इसके काफी अच्छे परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेंगे।
सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र के अध्यक्ष श्री पवन जिंदल ने कहा कि हमारे केंद्र और श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, दोनों का एक ही ध्येय है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन तेजी से हो रहा है। किसान अपनी जमीन बेच रहे हैं। बेरोजगारी इसकी बड़ी वजह है। सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र अब श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ मिलकर शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू करेगा, ताकि युवक और युवतियों को प्रशिक्षण देकर कुशल बनाया जा सके। इससे वह अपना रोजगार शुरू कर सकेंगे या स्किल्ड होकर इंडस्ट्री में जगह बनाएंगे, ताकि उनको अच्छा वेतन मिले। श्री पवन जिंदल ने कहा कि इसके लिए रूपरेखा बनकर तैयार हो गई है। अप्रैल से हम सेवा साधना केंद्र में यह कोर्स शुरू करेंगे। इसके लिए गांवों में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग प्रशिक्षण लेकर स्वयं को सक्षम और कुशल बना सकें।
इस अवसर पर सेवा साधना केंद्र के सचिव राकेश अग्रवाल, डीन एकेडमिक प्रोफेसर ज्योति राणा व विजय गुप्ता भी उपस्थित थे।