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एमआरआईआईआरएस को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अनुदान राशि प्राप्त हुई

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 16 जुलाई। मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के चिप्स टू स्टार्टअप (C2S) कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन एवं ऑटोमेशन (EDA) टूल अनुदान राशि प्राप्त हुई है। इस अनुदान राशि की मदद से एमआरआईआईआरएस में वीएलएसआई (वेरी-लार्ज-स्केल इंटीग्रेशन) डिज़ाइन और एम्बेडेड सिस्टम में उत्कृष्टता हासिल करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त भावी पेशेवर तैयार करने में मदद मिलेगी।

इस अनुदान राशि का उपयोग एमआरआईआईआरएस में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, वीएलएसआई, इंटीग्रेटेड सर्किट, एम्बेडेड सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिज़ाइन, बीई/बीटेक और एमई/एमटेक के मौजूदा पाठ्यक्रमों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। साथ ही वीएलएसआई डिज़ाइन लैब के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करने और ज़रूरी उपकरणों को लगाने का काम भी होगा। इसके अलावा संस्थान के छात्रों का हुनर निखारने को पेशेवर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

इस अनुदान के साथ एमआरआईआईआरएस में अगले तीन सालों में चार-चार सप्ताह के 15 शॉर्ट टर्म वीएलएसआई डिज़ाइन परियोजनाएं पूरी की जाएंगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम डिज़ाइन में विशेषज्ञता वाले 273 कुशल पेशेवर तैयार करना है। इस अनुदान राशि से छात्रों को वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम में ज़रूरी शिक्षा और अत्याधुनिक कौशल से लैस करने के लिए काम होगा।

एमआरआईआईआरएस के चांसलर डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा, “यह अनुदान शिक्षा और शोध में उत्कृष्टता के लिए हमारे संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह हमारे वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम कार्यक्रमों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रौद्योगिकी के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। हम युवा प्रतिभाओं को तराशने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं। यह अनुदान हमारे छात्रों और शिक्षकों को उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ज़रूरी संसाधन प्रदान करेगा।”

मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) के उपाध्यक्ष श्री अमित भल्ला ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से यह अनुदान प्राप्त करना एमआरआईआईआरएस के लिए गौरव की बात है। यह देश की तकनीकी प्रगति में योगदान करने की हमारी क्षमता को दर्शाता है। इस अनुदान राशि से वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम में सीखने, शोध करने और उद्योग सहयोग के लिए एक मजबूत वातावरण तैयार करने का काम किया जाएगा।”

एमआरआईआईआरएस के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से यह अनुदान हमें उच्च कुशल पेशेवरों को तैयार करने में सक्षम बनाएगा। इससे नवाचार को आगे बढ़ाने और इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी उद्योग जगह में महत्वपूर्ण योगदान देने का काम किया जाएगा।”

मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन के सीईओ डॉ. उमेश दत्ता ने कहा ” मंत्रालय की ओर से चिप्स टू स्टार्टअप कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन एवं ऑटोमेशन अनुदान मिलता एमआरआईआईआरएस की बुनियादी क्षमता और वीएलएसआई डिजाइन एवं एम्बेडेड सिस्टम के क्षेत्र में शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण है। यह अनुदान तकनीकी क्षेत्रों में कुशल पेशेवरों को तैयार करने में हमारी क्षमता को बढ़ाएगा”

एमआरआईआईआरएस, यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 3 के तहत एक डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी, दिल्ली एनसीआर में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) A++’ ग्रेड मान्यता प्राप्त करने वाला पहला निजी विश्वविद्यालय है। एमआरआईआईआरएस ने अपने शिक्षण, रोजगार, शैक्षणिक विकास, सुविधाओं, सामाजिक जिम्मेदारी और समावेशिता के लिए 5-स्टार क्यूएस रेटिंग प्राप्त की है। साथ ही, यूजीसी ने इसे श्रेणी 1 डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय के रूप में भी मान्यता दी है।

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