Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : दिल में अगर कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो इंसान क्या से क्या नहीं कर सकता। ऐसे ही एक शख्सियत है 34 वे अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में आई मुकेश रानी। जो सूरजकुंड मेले में लाइव स्केचिंग (पेंटिंग) कर रही है। जो अपने सामने बैठा कर सामने वाले व्यक्ति या महिला की हूबहू स्केच तैयार करती हैं। साथ साथ वह मोहाली में पिछले 1 साल से गोल्ड जिम में बतौर ट्रेनर हैं। जो हरियाणा के कैथल जिले से संबंध रखती है। वह ऐसे समाज से उठकर आई है जिसे आज समाज आज भी बढ़ने का मौका नहीं दिया जाता जो सभी महिलाओं व लड़कियों के लिए एक उदाहरण पेश कर रही है।
देहात के क्षेत्र से निकल कर आई मुकेश रानी के पिताजी एक किसान हैं माताजी ग्रहणी है एक भाई एक बहन है। उनके पिताजी किसान होने के बावजूद भी हिसार में कृषि विभाग द्वारा लगाए जाने वाले मेले में पुरस्कृत किया जाता है।
मुकेश रानी ने बताया कि उनको स्केचिंग का बचपन से ही शौक है। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत पेंटिंग से की। मुश्किल से 1 महीने पहले उन्हें लाइव स्केचिंग का जुनून चढ़ा और अपने कैरियर की शुरुआत 34 वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले से कर दिया। यह मेले में पहली बार लाइव स्केचिंग करने आई है। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमकॉम करने के बावजूद भी घर का गुजारा चलाना और खुद का खर्चा उठाना दोनों साथ साथ रखें। यह एक जीता जागता उदाहरण है उन सभी महिलाओं व लड़कियों के लिए जो समाज के डर से अपने सारे सपने खो देती हैं।