Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद के अंग्रेजी विभाग द्वारा आज दिनाँक 6 जून 2020 को उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा प्रायोजित एक राष्ट्रीय ई संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का उद्देश्य कोविड़ 19 महामारी के कारण उतपन्न हुई विपरीत परिस्थितियों मे विद्यार्थियों को विभिन्न ऑनलाइन विधाओं के द्वारा इंग्लिश विषय की शिक्षा देना तथा एक शैक्षणिक वातावरण तैयार करना जिसके द्वारा महाविद्यालय में क्लास रूम में पढ़ने वाले विद्यार्थी स्वयं को इस नए शैक्षणिक माध्यम के अनूरूप ढाल सकें और सीखने के साथ साथ आगामी परीक्षाओं की तैयारी भी कर सकें। कोविड़ 19 के कारण पैदा हुई चुनोतियों से डर कर आत्मसमर्पण ना करके विभिन्न डिजिटल विधाओ के माध्यम से अँग्रेजी भाषा एवं साहित्य की शिक्षा को विद्यार्थियों तक पहुचाना इस संगोष्ठी का उद्देश्य था। सफलतापूर्वक संपन्न हुई इस संगोष्ठी के सरंक्षक श्री अजीत बालाजी जोशी निदेशक उच्चत्तर शिक्षा विभाग हरियाणा थे। श्री अंकुर गुप्ता मुख्य सचिव उच्चतर एवं तकनीकी शिक्षा हरियाणा ने स्मारिका का विमोचन करने के साथ साथ राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। महाविद्यालय की प्राचार्या तथा कार्यक्रम संयोजक डॉ सुनिधि ने सभी प्रमुख वक्ताओं का स्वागत एव परिचय कराते हुए संगोष्टि की रूपरेखा प्रस्तुत की। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर दीप्ति गुप्ता, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ थी जिन्होंने अपने उद्बोधन में ऑडियो विज़ुअल तकनीक की सहायता से शिक्षण, कोविड 19 के कारण पैदा होने वाली जटिलताओं के कारण अन्य सफल तरीको से इंग्लिश साहित्य तथा भाषा अध्ययन के तरीको पर प्रकाश डाला। अन्य आमंत्रित वक्ताओं में प्रोफेसर रजनीश अरोरा, डायरेक्टर ई इफ एल यू लखनऊ , तथा डॉ हेमंत वर्मा उप निदेशक उच्चतर शिक्षा हरियाणा पंचकुला थे जिन्होंने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाने तथा सीखने के विभिन्न तरीकों तथा आने वाली कठिनाइयों को दूर करते हुए आगे बढ़ने का संदेश दिया। इस संगोष्ठी में भारत के लगभग 20 राज्यो तथा 50 विश्व विद्यालयों से लगभग दो सौ प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी निभाई। विदाई संबोधन प्रोफेसर मलाबिका सरकार कुलपति अशोका यूनिवर्सिटी द्वारा किया गया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ नीर कंवल मनी द्वारा संगोष्ठी की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए सभी वक्ताओं द्वारा उल्लेखित बातो को सारांश रूप में प्रस्तुत किया गया। श्रीमती शालिनी तुली द्वारा सभी अतिथियों, वक्ताओं, तथा प्रतिभागियों का सहयोग हेतु आभार ज्ञापित किया गया। आयोजन समिति के सदस्यों डॉ रुचिरा, सुप्रिया , डॉ अंशु नय्यर, डॉ राकेश पाठक ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई।