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Faridabad NCR

डीएवी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद में राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आजकल के तकनीकी युग में अंग्रेजी भाषा के ज्ञान कि अनिवार्यता को महत्वपूर्ण जानकर शिक्षा व शिक्षण के क्षेत्र में अंग्रेजी भाषा के लेखन और संचार में निपुण होने की कला से अवगत कराने के लिए डीएवी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद के अंग्रेजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर की वेबीनार का आयोजन किया गया। इस व्यवहार में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के अंग्रेजी और सांस्कृतिक अध्ययन विभाग की चेयरपर्सन प्रोफेसर दीप्ति गुप्ता बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित रही। वेबीनार कि गेस्ट ऑफ ऑनर सी सी एस एच ए यू हिसार के भाषा एवं हरियाणवी सांस्कृतिक विभाग की प्रोफेसर अपर्णा  विवेक थी। कॉलेज कि कार्यवाहक प्रचार्या डॉ सविता भगत ने बताया कि विभिन्न स्कूलों व कॉलेजों में शिक्षकों और छात्रों को अच्छी और धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलने लिखने और पढ़ने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, अतः इस वेबिनार का मुख्य विषय दैनिक दिनचर्या में और संचार, लेखन और मौखिक उच्चारण  में अंग्रेजी भाषा में निपुणता प्राप्त करना रखा गया। कॉलेज की  डॉ सविता भगत ने मुख्य वक्ता प्रोफेसर दीप्ति गुप्ता और गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर विवेक के व्यक्तित्व और कार्यशैली से सभी श्रोताओं को परिचित कराया। प्रोफेसर दीप्ति ने अपने वक्तव्य में बताया कि अंग्रेजी भाषा में निपुण होने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि अंग्रेजी भाषा को सुनना उन्होंने बताया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बहुत सारे लैंग्वेज पोर्टल हैं और जहां पर धाराप्रवाह अंग्रेजी भाषा बोलने में मदद मिलती है परंतु उन बातों को सीख कर उसे दैनिक जीवन में व्यवहार में प्रयोग करने से ही हम अंग्रेजी भाषा के साथ सहज हो सकते हैं। हमे हर  रोज अंग्रेजी के एक नए शब्द को पढ़कर उसे अपनी वार्तालाप में शामिल करना चाहिए। अंग्रेजी पर्यायवाची, विलोम शब्द पढ़ कर अंग्रेजी शब्द ज्ञान को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने अंग्रेजी बोलने के लिए अपने मस्तिष्क में चार मुख्य बातें सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना पर जोर देने के लिए कहा। गेस्ट ऑफ ऑनर प्रोफेसर अपर्णा विवेक ने अंग्रेजी भाषा को विज्ञान तकनीकी और शोध की भाषा बताते हुए उनकी महत्ता के बारे में बताया।उन्होंने अंग्रेजी भाषा के उचित उच्चारण पर जोर देते हुए शिक्षकों से आग्रह किया कि वह रोज एक घंटा अलग से अपने छात्रों को दें जिसमें उन्हें एक ऐसा वातावरण प्रदान करें जहां बिना किसी डर और संकोच के अंग्रेजी भाषा में अपने भावों को व्यक्त कर सकें। उन्होंने विभिन्न प्रकार के अंग्रेजी कोर्सेज लाने के लिए  विश्वविद्यालयों और स्कूलों से  मांग की और यह सुझाव दिया कि निरंतर अभ्यास और पठन से ही अंग्रेजी भाषा पर अपनी पकड़ मजबूत बनाई जा सकती है। इस वेबिनार में  विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया। मुख्य वक्ताओं ने सभी के प्रश्नों का उत्तर देकर उन्हें संतुष्ट भी किया। कार्यक्र्म के अंत में डॉ सविता भगत ने सभी वक्ताओं और भाग ले रहे प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्र्म के सफलतापूर्वक संचालन करने में शिवम झाम्ब, सरोज कुमार और सोनिया शर्मा के महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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