Faridabad NCR
दान का महान फल प्रदान करती है निर्जला एकादशी : स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : श्री सिद्धदाता आश्रम श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में भी निर्जला एकादशी का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मीठे पानी की छबीलों पर प्यास बुझाने, सेवा करने वालों का तांता लगा रहा। वहीं हजारों लोगों ने भोजन प्रसाद भी प्राप्त किया।
इस अवसर पर आश्रम के अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने भी भक्तों को प्रसाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने बताया कि निर्जला एकादशी का महत्व सबसे अधिक बताया गया है। जो व्यक्ति किन्हीं भी कारणों से बाकी 23 एकादशी का व्रत न रख पाया हो, वह यदि इस एक निर्जला एकादशी का भी व्रत रखता है और इस दिन दान आदि करता है, तो 24 एकादशियों जितना फल प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि ज्येष्ठ मास की इस एकादशी का व्रत भी कठिन है लेकिन जो लोग भगवान को ध्यान में रखकर इस व्रत को करते हैं उनके सभी कष्ट शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं।
स्वामजी ने कहा कि लोगों को वर्ष की 24 एकादशियों का व्रत और इन दिनों में दान भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दान के बारे में स्पष्ट कहा गया है कि जितना आपसे हो सके, उतना दान करना चाहिए। जरूरतमंद के चेहरे पर आपके कारण मुस्कुराहट आएगी तो उसकी आशीष आपके जीवन में खुशियों की बारिश कर देंगी।
आश्रम में आने वाले लोगों में श्रीचिन्ह लगवाने, परिक्रमा में भागीदारी करने और भगवान श्रीमन्नारायण और श्री गुरु भगवान की समाधि स्थल पर प्रार्थना आदि करते हुए देखा गया। शनिवार की छुट्टी होने से भी यहां काफी लोग पहुंचे। सभी के लिए छबील का कई तरह का मीठा पानी और भोजन प्रसाद की भी व्यवस्था रही। सेवादारों ने लोगों को आगे बढक़र अपनी सेवाएं ऑफर कीं।