Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : केन्द्र के कृषि कानून के खिलाफ एक ओर जहां देश की राजधानी दिल्ली, सिंघु बार्डर और टिकरी बार्डर पर हजारो किसान विरोध प्रर्दशन कर रहे है वहीं प्रदेश में भी कृ षि कानून के खिलाफ कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने हल्ला बोल दिया है। एनएसयूआई ने आज अपने छात्रों के साथ बाटा चौक पर जोरदार प्रर्दशन कर सरकार के खिलाफ नारे बाजी की ओर सरकार के चुने हुए नुमाईदों को जगाने का प्रयास किया। इस मौके पर एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष विकास फागना ने सरकार को चेताते हुए कहा कि छात्र संगठन हमेशा किसानों के हित में कार्य करता रहा है आज भी किसानों के सर्मथन में उतरा है। श्री फागना ने कहा कि किसान है तो देश है जब तक केन्द्र सरकार इस बिल को वापिस नहीं लेती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। एनएसयूआई अन्नदाताओं पर मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचार कतई ब्रर्दाश्त नहीं करेगी। मोदी सरकार अडानी ओर अंबानी के ईशारों पर चल रही है जिसका खामियाजा उनको भुगतना पड़ेगा। श्री फागना ने कहा कि मोदी सरकार तानाशाही पर उतर आई है और हर हाल में किसानों की आवाज को दबाना चाहती है लेकिन आज किसान जाग चुका है वह किसी भी हालात में तीनों कृषि कानूनो को रद्द करवाकर ही दम लेगा। उन्होंने कहा भाजपा के राज में लोकतंत्र केवल दिखावे भर का रह गया है। तभी तो गोदी मीडिया केवल वर्तमान सरकार के ही गुणगान कर रही है। आज किसान ठंड भरी रात में सडक़ो पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है जिनमें करीब दो दर्जन किसानों की दर्दनाक मौत हो चुकी है लेकिन सरकार न बात करने को तैयार है और न ही झुकने को तैयार है। इस मौके पर दिपक राजपूत, अंकित शर्मा,जय शर्मा, अतुल राजपूत,श्याम शर्मा, अंकित,गोलू,मोहित, विशाल, अक्षय, साहिल, सोनू, लोकेश सहित दर्जनों छात्र मौजूद रहे।