Faridabad NCR
पर्यटकों पर अपनी कला की छाप छोड़ रहे हैं ओडिशा के शिल्पकार
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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 08 फरवरी। सूरजकुंड में आयोजित हो रहे 38 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में थीम स्टेट के रूप में आमंत्रित ओडिशा राज्य के शिल्पकार यहां आने वाले पर्यटकों ध्यान अनायास ही अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। ओडिशा हैंडलूम, टेक्सटाइल और हैंडीक्राफ्ट के तहत शिल्प मेले में लगाई गई चार दर्जन स्टालों पर शिल्प मेला के दूसरे दिन शनिवार को पर्यटकों की खासी चहल कदमी रही। वहीं दूसरी तरफ स्टॉल लगाने वाले उड़ीसा के शिल्पकारों ने उनको अपने हुनर का अंतरराष्ट्रीय पटल पर प्रदर्शन करने का अवसर देने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह और विरासत एवं पर्यटन विभाग का आभार जताया है।
उल्लेखनीय है कि सात फरवरी से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में देशभर के विभिन्न राज्यों के अलावा 42 देशों के 648 प्रतिभागी बने हैं। अलग अलग राज्यों से आए शिल्पकारों द्वारा अपनी अपनी स्टॉल लगाकर अपनी शिल्प का प्रदर्शन किया जा रहा है। हरियाणा सरकार के आमंत्रण पर अबकी बार ओडिशा व मध्यप्रदेश थीम राज्य बने हैं।
थीम स्टेट के रूप में शामिल हुए ओडिशा सरकार के हैंडलूम, टैक्सटाइल और हैंडीक्राफ्ट विभाग के तहत शिल्प मेले में करीब तीन दर्जन से अधिक स्टॉल लगाई गई हैं। इन स्टॉलों में मुख्य रूप से साड़ी, सूट, हाथ से कपड़े पर बनी पेंटिंग, पीतल व कांस्य के बर्तन व आभूषण, जूट का सामान, बैड सीट, शॉल आदि मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। मेले के दूसरे दिन सभी स्टॉलों पर पर्यटकों की खासी भीड़ देखने को मिली और ओडिशा के शिल्पकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं की खरीदारी व जानकारी लेने का उत्साह नजर आया।
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ओडिशा पैवेलियन में पर्यटकों को मिल रहा भगवान जगन्नाथ के दर्शन का अवसर
ओडिशा सरकार द्वारा इस मेले में अपनी यादगार और दमदार प्रतिभागिता दर्शाने के लिए पूरा प्रयास किया गया है। पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भव्य पैवेलियन बनाया गया है और इसमें भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा स्थापित की गई है। ओडिशा के स्टॉलों पर आने वाले पर्यटकों को भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने का एक अच्छा अवसर मिल रहा है।
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मेला परिसर में सुगंध बिखेर रही ओडिशा की अगरबत्तियां
थीम स्टेट ओडिशा द्वारा लगाई गई 40 से अधिक शिल्पकारों की स्टॉलों में विजयलक्ष्मी की अगरबत्ती की स्टॉल भी शामिल है, जो न केवल अपने आस-पास बल्कि पूूरेे मेला परिसर में अपनी सुगंध बिखेर रही है। करीब 65 वर्षीय विजय लक्ष्मी ने हरियाणा सरकार द्वारा यहां स्टॉल लगाने का अवसर प्रदान किए जाने पर मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह का आभार जताते हुए बताया कि वे पिछले करीब तीन साल से महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर अगरबत्ती व धूप कैंडल बनाने का कार्य कर रही हैं। उनके समूह में 30 महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने अपने नाम पर ही धूप व अगरबत्ती को विजयलक्ष्मी का नाम दिया है। वे 222 तरह की अगरबती व धूप बनाने का काम कर रही हैं, जिसमें गुलाब, चंदन, तुलसी से जुड़ी वैरायटियां प्रमुख रूप से शामिल हैं।
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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर किया कार्य शुरू
विजय लक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लोकल फार वोकल से प्रेरणा लेकर अपना कार्य शुरू किया है। उन्होंने उम्र के इस अंतिम पड़ाव को किसी प्रकार की बाधा नही मानते हुए अपने आप को स्वावलंबी बनाया है। वे यहां पर आने वाली महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने की प्रेरणा दे रही हैं।