Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज के सान्निध्य में आयोजित 16वें ब्रह्मोत्सव के दूसरे दिन सुदर्शन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें समाज की सुरक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना की गई। इस अवसर पर स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने यज्ञ में आहुति डालकर लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की। वहीं दक्षिण भारत से आए विद्वानों ने विधिवत यज्ञ संपन्न करवाया।
श्री रामानुज संप्रदाय के प्रमुख क्षेत्र श्री सिद्धदाता आश्रम एवं लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में हर साल होने वाले ब्रह्मोत्सव हजारों की संख्या में देश विदेश से भक्त जुटते हैं। वहीं दक्षिण शैली में होने वाले पूजन को निहारना भी एक अनोखा अनुभव होता है। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने बताया कि यहां पांच दिनों तक चलने वाले ब्रह्मोत्सव से भक्तों को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि आज प्रमुख रूप से सुदर्शन यज्ञ किया गया जिसमें हमारे गुरुकुल के छात्रों ने भी भागीदारी की। पुजारियों को चंदन से अभिषेक किया गया और ठंडा करने के लिए गुलाब जल से छिडक़ा गया क्योंकि वे पवित्र अग्नि के करीब बैठे थे। वहीं यज्ञ कुंड या अग्नि स्थान को फलों, फूलों और शुभ रंगोली से सजाया गया था। पुजारियों ने श्री सूक्त, पुरुष सूक्त, सुदर्शन मंत्र और सुदर्शन अष्टोत्तर शत नाम का पाठ किया वहीं यज्ञशाला में चार अलग अलग स्थानों पर बैठकर चतुस्र्थानमार्चना भी की गई। जय श्रीमन्नारायण एवं जयगुरुदेव के जयघोषों से दिव्यधाम गुंजित हुआ।
यज्ञ में पूर्णाहूति स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने डाली और सभी भक्तों को प्रसाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने बताया कि सुदर्शन यज्ञ में भागीदारी करने वालों, यहां तक कि दर्शन करने वालों को भी जीवन में सुरक्षा और विजय की प्राप्ति होती है।