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Faridabad NCR

राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद में एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पण्डित जवाहर लाल नेहरू राजकीय महाविद्यालय फरीदाबाद की आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन परिषद् (IQAC) तथा पंचनद शोध संस्थान, अध्ययन केन्द्र, फरीदाबाद के संयुक्त तत्त्वावधान में प्राचार्या डॉ, रुचिरा खुल्लर के निर्देशन एवं महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. विमल प्रकाश के संयोजन तथा संस्कृत विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. जोरावर सिंह के सहसंयोजन में बुधवार दिनांक 25 जून 2025 को राजकीय महाविद्यालय के संगोष्ठी कक्ष में एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। “पड़ोसी देशों के परिप्रेक्ष्य में भारत की बढ़ती चुनौतियाँ एवं समाधान” विषय पर आयोजित इस संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सेवानिवृत्त लेफ्टि. जन. श्री नितिन कोहली जी ने भारत की स्थल एवं सामुद्रिक सीमाओं पर भारत की चुनौतियों एवं उनके समाधानों पर विस्तृत चर्चा की। सीमा जागरण मंच के दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष श्री कोहली जी का व्याख्यान संवादात्मक रहा और उन्होंने उपस्थित छात्रों एवं प्रबुद्ध जनों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। सत्र के विशिष्ट वक्ता के रूप में उपस्थित हरियाणा सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री दीपक ठुकराल जी ने भारत की इन चुनौतियों के समाधान के रूप में स्वयं के व्यक्तिगत जीवन में परिवर्तन करते हुए स्व के परिष्कार पर बल दिया। श्री ठुकराल के अनुसार स्वयं को सशक्त बनाते हुए राष्ट्रीय चेतना के विस्तार द्वारा ही राष्ट्र को सबल बनाया जा सकता है। सत्र के अध्यक्ष के रूप में उपस्थित विद्युत विभाग, हरियाणा सरकार के भूतपूर्व मुख्य अभियंता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी श्री आइ. के. कोहली जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में आध्यात्मिक चेतना एवं संकल्पशक्ति द्वारा स्वयं को समृद्ध करते हुए राष्ट्र के सुदृढ़ीकरण का प्रयत्न करने का आह्वान किया।
संगोष्ठी का अग्रिम दो सत्र तकनीकी सत्र रहे, जिनमें हरियाणा के विभिन्न महाविद्यालयों से संगोष्ठी में प्रतिभाग कर रहे प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने हाइब्रिड माध्यम से अपने शोधपत्रों का वाचन किया। इन सत्रों में विषय से सम्बद्ध 44 शोधपत्रों का वाचन हुआ, जिनमें पड़ोसी देशों तथा मध्य पूर्व में बढ़ रही राजनैतिक एवं सामरिक गतिविधियों की दृष्टि से भारत के सम्मुख उपस्थित विभिन्न राजनैतिक, सामरिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई तथा उनके समाधान के संभावित विकल्प भी परिचर्चा का विषय रहे। ‘लाइफ़ ऑफ़ हैप्पीनेस’ संस्था के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की हरियाणा प्रांत की सम्पर्क टोली के सदस्य श्री महेश बजाज जी ने इन दोनों तकनीकी सत्रो की अध्यक्षता की तथा अपनी बहुमूल्य टिप्पणियों से सभी प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया।
संगोष्ठी के समापन सत्र का शुभारम्भ माँ सारस्वती के सम्मुख दीपप्रज्ज्वलन कर किया गया। तदनन्तर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रुचिरा खुल्लर एवं पंचनद शोध संस्थान, अध्ययन केन्द्र, फरीदाबाद की अध्यक्षा डॉ. सविता भगत द्वारा पौधा एवं पटका भेंट कर सम्मानित अतिथियों का विधिवत स्वागत किया गया। सत्र के मुख्य वक्ता के रूप में भारत सेवा प्रतिष्ठान, फरीदाबाद के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय संपर्क टोली के सदस्य श्री कृष्ण सिंघल जी ने भारत के साथ स्थल सीमा साझा करने वाले सातों देशों के साथ साथ समुद्री सीमा साझा करने वाले दोनों देशों के साथ भारत के सम्बन्धों एवं उनकी चुनौतियों पर विस्तृत चित्र प्रस्तुत किया। श्री सिंघल ने पड़ोसी देशों के साथ बढ़ती चुनौतियों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर भी विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत की। सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में पंचनद शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद् के भूतपूर्व अध्यक्ष प्रो. बृज किशोर कुठियाला जी ने अपने उद्बोधन में इन चुनौतियों के समाधान के रूप में आत्मनिर्भर भारत के निर्माण हेतु युवावर्ग को कृतसंकल्प होने का आह्वान किया। उन्होंने दुनिया भर में चल रहे भारत विरोधी वैचारिक युद्ध (नैरेटिव वॉर) के प्रतिकार हेतु युवावर्ग की विशेष भूमिका को भी रेखांकित किया। समापन सत्र में जे सी बोस विज्ञान एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर जी की सारस्वत उपस्थिति ने सत्र की गरिमा में अभिवृद्धि की। सत्र की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रुचिरा खुल्लर ने सभी को अपने भीतर राष्ट्रीय चेतना एवं भारत भाव विकसित करने हेतु प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय परिवार की ओर से सभी महनीय जनों का आभार व्यक्त किया।
फरीदाबाद के जे सी बोस विश्वविद्यालय एवं अनेक महाविद्यालयों के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों एवं छात्रों के साथ साथ-साथ पत्रकारिता एवं समाजसेवा से जुड़े अनेक प्रतिष्ठित नागरिकों ने गोष्ठी में सहभागिता की। साथ ही अनेक सेवानिवृत्त प्राचार्यों एवं प्राध्यापकों का गरिमामय सान्निध्य भी सभी को प्राप्त हुआ। सत्र के अंत में संगोष्ठी में शोधपत्र प्रस्तुत करने वाले प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों को अतिथिवृन्द द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। संगोष्ठी का संचालन डॉ. सविता भगत एवं डॉ. जोरावर सिंह द्वारा संयुक्त रूप से किया गया एवं महाविद्यालय की ओर से डॉ. विमल प्रकाश गौतम तथा पंचनद की ओर से डॉ. आशुतोष जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। राष्ट्रगान के साथ संगोष्ठी का विधिवत समापन किया गया।

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