Faridabad NCR
“हरित प्रौद्योगिकी और पर्यावरणीय स्थिरता” पर एक सप्ताह का कार्यक्रम
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 5 सितंबर जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा “हरित प्रौद्योगिकी और पर्यावरणीय स्थिरता” विषय पर 8 से 12 सितंबर तक एक सप्ताह का फैकल्टी डेवलेपमेंट कार्यक्रम का आयोजित किया जायेगा। टीईक्यूआईपी-3 के अंतर्गत प्रायोजित इस कार्यक्रम में देश तथा विदेश से करीब 250 प्रतिभागियों ने अपना पंजीकरण करवाया है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में 8 सितम्बर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पर्यावरण विभाग के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्य, विज्ञान भारती के उपाध्यक्ष और भारतीय मौसम विभाग, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. एल.एस. राठौड़ और सोलर एनर्जी सोसाइटी ऑफ इंडिया (एसईएसआई) के अध्यक्ष, नई दिल्ली डॉ. प्रफुल्ल पाठक अतिथि वक्ता रहेंगे और इसकी अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार द्वारा की जायेगी। कार्यक्रम का समन्वय सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम.एल. अग्रवाल और पर्यावरण विज्ञान विभाग की अध्यक्षा डॉ. रेनूका गुप्ता द्वारा कियाा जा रहा है।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रेनूका गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम में नाइजीरिया के अलावा देश के 18 अलग-अलग राज्यों जिनमें हरियाणा, राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तलेंगाना, ओडिसा, महाराष्ट्र शामिल है, से प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है। कार्यक्रम में मेलबर्न युनिवर्सिटी, पार्कविले, ऑस्ट्रेलिया, डेल्टा स्टेट यूनिवर्सिटी, अब्राहका (नाइजीरिया) सहित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा पर्यावरण प्रबंधन के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले गैर सरकारी संगठनों और कॉर्पोरेट क्षेत्रों के विशेषज्ञ अपने व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य हरित प्रौद्योगिकी के प्रति शिक्षकों को को नवीनतम ज्ञान प्रदान करना तथा और क्षमता निर्माण करना है जो पर्यावरण स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। यह कार्यक्रम उभरते पर्यावरणीय मुद्दों और उनके प्रबंधन के लिए सुरक्षित, स्थाई, पर्यावरण के अनुकूल समाधान के लिए तंत्र विकसित करने के संभावित समाधानों को लेकर प्रतिभागियों के बीच जागरूकता पैदा करेगा।