Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डी॰ए॰वी॰ शताब्दी महाविद्यालय, फरीदाबाद में वाणिज्य विभाग (एस॰ एफ॰ एस॰) द्वारा 19 जून 2021 को राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन ”अध्यात्मिक कल्याण कार्यक्रम – SWP 2021″ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भजन एवं श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता के साथ-साथ छात्रों ने आध्यात्मिक विकास में मुख्य रूप से योगदान करने वाले बिंदुओं पर विशिष्ट व्याख्यान का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विशेष प्रार्थना के साथ हुई। मंच संचालिका और कार्यकारी सचिव डॉ॰ सोनिया नरूला ने कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या एवं कार्यक्रम-संरक्षक डॉ॰ सविता भगत, कार्यक्रम के संयोजक श्री मुकेश बंसल और कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्री कृष्ण परमधाम मंदिर, फरीदाबाद की निर्देशिका एवं यू॰ एस॰ ए॰ मैं भूतपूर्व प्रवक्ता डॉ॰ सरोज शाहनॆय का हार्दिक अभिनंदन किया। स्वागत की इस घड़ी में डॉ॰ नरूला ने मुख्य वक्ता एथिकक्राफ्ट यूथ क्लब के वाइस प्रेसिडेंट श्री शिवांशु सिंह का भी अभिनंदन किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ॰ सविता भगत के प्रेरक वक्तव्यो के साथ कार्यक्रम की आधारशिला रखी गई। उन्होंने युवा छात्रों को सांसारिक सुखों का भोग करने के साथ-साथ धीरे-धीरे अपनी शारीरिक चेतना को अध्यात्मिक चेतना की ओर ले जाने की शिक्षा दी। डॉ भगत ने छात्रों को आजकल की हाई-टैक समय में भी परिश्रम और ईमानदारी के साथ अपने कर्मों को पूरा करते हुए आध्यात्म में विश्वास रखने की और सजग रहने की सलाह दी। कार्यक्रम के संयोजक प्रो॰ मुकेश बंसल ने अत्यंत हर्ष के साथ यह जानकारी दी कि इस ऑनलाइन भजन एवं श्लोक-उच्चारण प्रतियोगिता में भारत के 16 से भी अधिक राज्यों और 40 से भी अधिक शहरों के महाविद्यालयों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों से लगभग 200 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया और अत्यंत उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी और कहा कि जब हम सब निराशा से भर जाते हैं तब ईश भजन और देव मंत्रोच्चारण हमें शांति और उम्मीद की किरण दिखाते हैं। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता एथिकक्राफ्ट यूथ क्लब के वाइस प्रेसिडेंट श्री शिवांशु सिंह ने अपने वक्तव्य में लुइस पास्चर की केस स्टडी पर प्रकाश डालते हुए और कहानी के माध्यम से छात्रों को सबसे पहले नम्रता अपने स्वभाव में लाने की बात कही। श्री सिंह ने छात्रों को अध्यात्मिक विकास के लिए ABCD के अनोखे सूत्र को व्यवहारिकता में अपनाने की बात कही। A (Association) अर्थात अच्छे लोगों की संगति, B (Books) अर्थात अच्छी पुस्तकों का श्रवण, C (Chanting) मंत्रोच्चारण / जाप, D (Diet) अर्थात सादा भोजन, इन चार बातों पर अमल करने से ही छात्र आध्यात्मिक सुख की प्राप्ति कर सकते हैं, ऐसी सीख मुख्य वक्ता ने दी। ऑनलाइन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्री कृष्ण परमधाम मंदिर की निर्देशिका डॉ॰ सरोज ने सभी श्रोताओं को अध्यात्म में आनंद लेने के लिए बाहरी चीजों में खुशी तलाशने की जगह अपने अंतर्मन में खुशी ढूँढने की सलाह दी। डॉ॰ सरोज ने इस राष्ट्रीय स्तर के आयोजन की सफलता के लिए कॉलेज प्राचार्या डॉ॰ सविता भगत, संयोजक प्रो॰ मुकेश बंसल और सभी टीम के सदस्यों को बधाई दी और प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अंत में ऑनलाइन भजन एवं श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की गई। पंजाब से हिमानी ने श्लोक-उच्चारण में प्रथम स्थान प्राप्त किया। मध्य प्रदेश से प्रियंका गौतम ने दूसरा और इलाहाबाद से प्रज्ञा आर्या ने तीसरा स्थान हासिल किया। भजन गायन में मुंबई से स्नेहा एस॰ पाटिल ने प्रथम स्थान, पंजाब से निकिता पुरी ने दूसरा, दिल्ली से नंदनी वर्मा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। साथ ही तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश से हर्षित मिश्रा ने भी अपना नाम बनाया।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ॰ देवी सिंह और डॉ॰ अमित शर्मा ने संस्कृत श्लोक उच्चारण के प्रतिभागियों को सुना और भजन गायन में श्रीमती रेखा शर्मा और मिस्टर अर्पित ने विजयी प्रतिभागियों का चयन किया। डी॰ए॰वी॰ शताब्दी कॉलेज, फरीदाबाद के आध्यात्मिक क्लब की इंचार्ज और स्टाफ सेक्रेटरी डॉ॰ विजयवंती और सह-संयोजिका श्रीमती ललिता ढींगरा के मार्गदर्शन में इस ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की कार्यकारी सचिव डॉ॰ सोनिया नरूला के साथ डॉ॰ प्रीति झा और मि॰ई॰एच॰ अंसारी का भी इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के सुगमतापूर्वक संचालन में विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम का आयोजन ज़ूम प्लेटफार्म पर किया गया और साथ ही साथ फेसबुक पर भी इसका संजीव प्रसारण किया गया। कॉलेज से ही छात्र छात्राओं विशेषकर चित्रा, रिया, निक्की, निकिता, तनु, गुलशन, निखिल, तनू और स्नेह सभी की इस कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख भूमिका रही। कार्यक्रम में कॉलेज के वाणिज्य विभाग (एस॰ एफ॰ एस॰) के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा।