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Faridabad NCR

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में एमएससी एनवायरनमेंटल साइंसेज में दाखिले का अवसर

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 2 मई। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के पर्यावरण विज्ञान विभाग में सत्र 2025–26 के लिए एमएससी एनवायरनमेंटल साइंसेज पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने कहा कि हमारा उद्देश्य ऐसे युवाओं को तैयार करना है जो विज्ञान के माध्यम से समाज और पर्यावरण के हित में कार्य करें। यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को केवल अकादमिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की दिशा में भी प्रेरित करता है।
विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. अनुराधा शर्मा ने कहा कि पर्यावरण विज्ञान केवल एक विषय नहीं, बल्कि आज के समय की अनिवार्यता है। यह कोर्स विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव, अनुसंधान कौशल और नीति-निर्माण की समझ प्रदान करता है, जिससे वे पर्यावरण के सजग संरक्षक बन सकें।
पर्यावरण विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. रेणुका गुप्ता ने बताया कि यह कोर्स विद्यार्थियों को आधुनिक प्रयोगशालाओं, फील्ड वर्क और शोध गतिविधियों के माध्यम से दक्ष बनाता है। उन्होंने कहा, “हमारे विद्यार्थी न केवल विभिन्न संस्थानों में सफलतापूर्वक कार्यरत हैं, बल्कि समाज में पर्यावरणीय चेतना लाने वाले बदलाव के वाहक भी बन रहे हैं।”
इस दो वर्षीय एम.एससी. पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को पर्यावरण से जुड़े विविध महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गहन एवं व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाता है। कोर्स की संरचना इस प्रकार तैयार की गई है कि यह उन्हें न केवल सैद्धांतिक समझ देता है, बल्कि व्यावसायिक रूप से भी दक्ष बनाता है। प्रमुख अध्ययन क्षेत्र हैं—जलवायु परिवर्तन एवं सतत विकास, प्रदूषण नियंत्रण एवं निगरानी, पर्यावरणीय स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन, पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी, तथा पर्यावरणीय नीति एवं योजनाएं।
पाठ्यक्रम की गुणवत्ता और विद्यार्थियों की दक्षता का प्रमाण इसके उत्कृष्ट प्लेसमेंट रिकॉर्ड और शोध क्षेत्र में मिल रही निरंतर उपलब्धियों से स्पष्ट होता है। अब तक विभाग के 75 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों का विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों में सफलतापूर्वक प्लेसमेंट हो चुका है। विद्यार्थी विश्वविद्यालयों, प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों, उद्योगों की पर्यावरण इकाइयों तथा सरकारी एवं निजी पर्यावरण संस्थानों में कार्यरत हैं। उच्च शिक्षा और शोध में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए भी यह पाठ्यक्रम अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो रहा है। विभाग के अनेक पूर्व छात्र आईआईटी, बीएचयू, डीटीयू, सीएसआईआर-नीरी तथा मदवि विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पीएचडी कर रहे हैं। इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.jcboseust.ac.in पर जाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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