Faridabad NCR
नये शैक्षणिक सत्र से जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में सोशल वर्क में मास्टर डिग्री का अवसर
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 7 जून। आप दूसरों की मदद करके भी अपना करियर बना सकते हैं। जी हाँ, आपने सही पढ़ा है। सामाजिक कार्य एक संपूर्ण करियर है जहाँ आप वास्तव में दूसरों के जीवन में बदलाव ला सकते हैं। सामाजिक कार्य का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, इस क्षेत्र में अगले दशक में रोजगार के अवसरों में सात प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, जो सभी व्यवसायों के औसत से अधिक है। सामाजिक कार्य में करियर बनाने वालों के लिए मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) डिग्री प्रोग्राम आवश्यक योग्यता है, ताकि वे इस क्षेत्र में आवश्यक ज्ञान, कौशल और अनुभव प्राप्त कर सकते है।
जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद बैचलर ऑफ सोशल वर्क (बीएसडब्ल्यू) पाठ्यक्रम के सफल संचालन के बाद आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से 20 सीटों के साथ मास्टर ऑफ सोशल वर्क (एमएसडब्ल्यू) डिग्री पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है।
संचार और मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के अध्यक्ष डॉ पवन सिंह ने बताया कि बीएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम को लेकर छात्रों के रूझान को देखते हुए एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम की शुरुआत की जा रही है, ताकि छात्र इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सके। पाठ्यक्रम के लिए पात्रता मानदंड में किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 45 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री अनिवार्य है, जिसमें दाखिला स्नातक में प्राप्त अंकों की वरीयता के आधार पर होगा।
सोशल वर्क में करियर की संभावनाओं पर डॉ. पवन सिंह ने बताया कि एमएसडब्ल्यू की डिग्री हासिल करने से छात्रों को इस क्षेत्र में करियर को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे छात्रों को न केवल योग्य सामाजिक कार्यकर्ता बनने के लिए आवश्यक दक्षता हासिल होगी, बल्कि इस समय इस क्षेत्र में रोजगार की सबसे ज्यादा संभावना है। पाठ्यक्रम के दौरान छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त होता है। इसके अलावा, सामाजिक कार्य का अध्ययन करने वाले छात्रों के सर्वांगीण विकास में भी यह सकारात्मक प्रभाव डालता है, जिसमें दूसरों की मदद का भाव निहित होती है।
एमएसडब्ल्यू डिग्री वाले स्नातकों के पास करियर विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है, जिसमें हेल्थकेयर सोशल वर्कर्स, क्लिनिकल सोशल वर्कर्स, थेरेपिस्ट जैसी भूमिकाओं से लेकर चिकित्सा, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में सोशल वर्कर्स के अवसर शामिल हैं। सरकार, कॉर्पोरेट क्षेत्रों और गैर सरकारी संस्थाओं में भी रोजगार के अवसर मौजूद हैं, जहां कुशल सामाजिक कार्यकर्ताओं की मांग लगातार बढ़ रही है।