Faridabad NCR
शिकायत लंबित होने पर संबंधित अधिकारी/कर्मचारी पर कार्रवाई का आदेश : उपायुक्त

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 25 अप्रैल। हरियाणा सरकार द्वारा समाधान शिविरों और सीएम विंडो के माध्यम से स्थापित की गई शिकायत निवारण प्रणाली अब कठोर अनुशासनात्मक प्रणाली के अधीन कार्य करेगी, जहाँ प्रशासनिक उत्तरदायित्व से कोई नहीं बच सकेगा। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने आज लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में समाधान शिविर और सीएम विंडो पर आई शिकायतों को लेकर समीक्षा बैठक की।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बैठक के दौरान स्पष्ट शब्दों में कहा कि समाधान शिविरों तथा सीएम विंडो पर विगत वर्षों से लंबित पड़ी शिकायतें अब किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने पिछले पांच वर्षों से लंबित सभी शिकायतों की समग्र जांच की और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे एक सप्ताह के भीतर विस्तृत लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत करें। यदि तय समय सीमा के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जाती है अथवा शिकायतों का संतोषजनक निस्तारण नहीं किया जाता है, तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी शिकायत लंबित न रहे, चाहे वह समाधान शिविर में दर्ज की गई हो या सीएम विंडो पर प्राप्त हुई हो।
उपायुक्त ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं समाधान शिविरों एवं सीएम विंडो के माध्यम से प्राप्त शिकायतों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं, अतः किसी भी प्रकार की लापरवाही या विलंब को न केवल प्रशासनिक विफलता के रूप में देखा जाएगा, बल्कि उसे गंभीर अनुशासनात्मक उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई भी की जाएगी। प्रशासन को चाहिए कि वह हर शिकायत को प्राथमिकता के साथ ले और उसका समयबद्ध एवं पारदर्शी समाधान सुनिश्चित करे।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि समाधान शिविरों और सीएम विंडो से प्राप्त शिकायतों की रिपोर्ट हरियाणा सरकार द्वारा पूर्व निर्धारित परफोर्मा के अनुसार अनिवार्य रूप से भेजी जाए। यदि कोई विभाग उस निर्धारित प्रारूप के अनुसार फीडबैक प्रस्तुत करने में विफल रहता है, तो वह भी विलंब की श्रेणी में आएगा और संबंधित अधिकारी पर व्यक्तिगत उत्तरदायित्व तय किया जाएगा। यह व्यवस्था केवल कागजी कार्रवाई नहीं है, बल्कि प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही की ठोस पहल है, जिसमें कोई ढिलाई या अस्पष्टता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक डीसीपी उषा कुंडू, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, सीएमओ डॉ जयंत आहूजा, आरटीए सचिव मुनीश सहगल, सीटीएम अंकित कुमार सहित सभी विभागों के प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे।