Faridabad NCR
हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीस नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन
New Delhi Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : दि ट्रस्ट फ़ॉर एडवांसमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चरल साइंसेस (टास) द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् और सी.जी.आई.ए.आर. के इक्रीसैट (इंडिया), इंटरनैशनल मेज़ एंड व्हीट इंप्रूवमेंट सैंटर (सिमिट), मैक्सिको; इंटरनैशनल राइस रिसर्च इंस्टीट्यूट, फ़िलिपीन्स और इंडियन सोसाइटी ऑफ़ प्लान्ट जैनेटिक रिसोर्सेस जैसे प्रमुख संस्थानों के साथ मिलकर हाइब्रिड टेक्नोलॉजी फ़ॉर एन्हान्सिंग क्रॉप प्रॉडक्टिविटी नामक विषय पर तीन दिवसीय एक नैशनल सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) का आयोजन किया जा रहा है। यह संगोष्ठी राजधानी दिल्ली में पूसा कैंपस के एन.ए.एस.सी. कॉम्प्लैक्स में स्थित ए.पी. शिंदे सिम्पोज़ियम (संगोष्ठी) हॉल में 8 से 10 जनवरी – 2025 तक आयोजित की जा रही है।
मुख्य अतिथि के रूप में माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेन्द्र मोदी के प्रिंसिपल सैक्रेट्री, डॉ. पी.के. मिश्रा ने इस संगोष्ठी का शुभारंभ किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के महानिदेशक, डॉ. हिमांशु पाठक के साथ प्रॉटेक्शन ऑफ़ प्लान्ट वैराइटीज़ एंड फ़ार्मर्स राइट्स अथॉरिटी (पी.पी.वी.एफ़.आर.ए.) के चेयरमैन और टास के वाइस चेयरमैन, डॉ. त्रिलोचन महापात्रा ने गैस्ट ऑफ़ ऑनर के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर संगोष्ठी की शोभा बढ़ाई। संगोष्ठी का नेतृत्व टास के चेयरमैन, पद्म भूषण, डॉ. राजेन्द्र सिंह परोदा ने किया।
इस तीन दिवसीय संगोष्ठी के दौरान जलवायु परिवर्तन, आर्थिक असमानता और भू-राजनीतिक संघर्षों के कारण उत्पन्न हुईं वैश्विक खाद्य असुरक्षा की चुनौतियों के सफ़ल समाधान के लिए अपनाए और उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण क़दमों के बारे में गहनता से विचार-विमर्श किया जा रहा है।
इस संगोष्ठी में चावल, मक्का, कपास, बाजरा, ज्वार, सूरजमुखी, अरहर और चुनिंदा सब्ज़ी फसलों में संकर प्रौद्योगिकी के विस्तार की संभावनाओं और रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए शोधकर्ता, नीति निर्माता, सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के प्रतिनिधि, युवा वैज्ञानिक और छात्र जैसे लगभग तीन सौ के क़रीब हितधारकों द्वारा विचार-मंथन किया जा रहा है।
संगोष्ठी में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान एवं विकास संगठनों तथा उद्योग जगत के प्रख्यात वक्ताओं द्वारा फसल उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि के लिए संकर प्रौद्योगिकी की क्षमता पर अपने विचार साझा किए जा रहे हैं।
उत्पादकता में वृद्धि के लिए हाइब्रिड प्रौद्योगिकी को बढ़ाने के लिए नवीन तरीकों की खोज करने के लिए आयोजित त्रिदिवसीय इस संगोष्ठी ने शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के नेताओं के बीच सहयोग के लिए एक तटस्थ मंच के रूप में कार्य किया है।
फ़ेडरेशन ऑफ़ सीड इंडस्ट्री ऑफ़ इंडिया, महाराष्ट्र हाइब्रिड सीड कंपनी, बॉयर क्रॉप साइंस लिमिटेड, रियासी सीड, नैशनल सीड असोसिएशन ऑफ़ इंडिया एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं के सहयोग से इस संगोष्ठी का सफ़ल आयोजन किया गया।