Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 07 मई। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला में स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व में राजभाषा हिंदी में कार्य कर रही राजभाषा सेवी संस्थाओं व प्रकाशन समूहों को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा। आज हिंदी भाषा का जन भाषा, संपर्क भाषा, राजभाषा और वैश्विक भाषा के रूप में निरंतर विस्तार हो रहा है इसमें राजभाषा सेवी संस्थाओं व प्रकाशन समूह का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी राकेश गौतम ने बताया कि भारत सरकार के राजभाषा विभाग व गृह मंत्रालय ने स्वतंत्रता संग्राम के समय से राष्ट्रीय एकता और अस्मिता का प्रभावी व शक्तिशाली माध्यम रही हिंदी भाषा यानी राजभाषा के संवर्धन की दिशा में निरंतर कार्य कर रही संस्थाओं व प्रकाशन समूहों को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रंखला के तहत सम्मानित करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि इच्छुक संस्थाएं अपने आवेदन कमरा नंबर-10 ,भूतल, लघु सचिवालय सेक्टर-12 फरीदाबाद में स्थित जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय में 10 मई तक भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि तक प्राप्त आवेदनों को भारत सरकार के राजभाषा विभाग में भेजा जाएगा। उपरोक्त तारीख के बाद आने वाले आवेदन पत्रों पर विचार नहीं किया जाएगा।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी राकेश गौतम ने बताया कि आवेदन करने वाली संस्था व समूह को आवेदन पत्र में अपना नाम, वह कब से कार्यरत है, संस्थापक का नाम व उनकी जन्मतिथि, वर्तमान में संस्था प्रमुख का नाम, पदनाम, ईमेल, मोबाइल नंबर व पता साफ-सुथरे शब्दों में भरना होगा। उन्होंने बताया कि आवेदन करने वाली संस्था अथवा समूह को आजादी के बाद व आजादी से पूर्व के अपने उल्लेखनीय कार्यों का तीन-तीन सौ शब्दों में विवरण भी देना होगा, साथ ही संस्था की वर्तमान शाखाओं की जानकारी भी आवेदन पत्र में प्रस्तुत करनी होगी। उन्होंने बताया कि राजभाषा विभाग द्वारा मिले निर्देशों के तहत आवेदक संस्था को आवेदन पत्र के साथ उसमें लिखित सभी जानकारियों से संबंधित दस्तावेज भी साथ संलग्न करने होंगे।