Faridabad NCR
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया : गोपाल शर्मा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 25 जून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मोत्सव पर “सेवा पखवाडा” के तहत भाजपा ज़िला कार्यालय अटल कमल पर भाजपा फ़रीदाबाद के ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने एकात्म मानववाद और अन्त्योदय के प्रणेता, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयन्ती को धूमधाम से मनाया। भाजपा ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने जिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये । केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेन्द्र गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव अजय गौड़, पूर्व प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, अनुशासन समिति की प्रदेश अध्यक्ष नीरा तोमर, वरिष्ठ उप महापौर देवेन्द्र चौधरी, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सोहनपाल सिंह और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने फरीदाबाद के अलग अलग मंडलों में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन दर्शन और उनके विचारों को कार्यकर्ताओं के सामने रखा। भाजपा जिला फरीदाबाद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद के सभी 1078 बूथों पर कार्यक्रम आयोजित कर श्रद्धेय पंडित दीनदयाल उपाध्याय को स्मरण करते हुए माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। सेवा पखवाडा के तहत आज 1078 बूथों पर मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना और सुनाया गया। पौधारोपण कर पर्यावरण सरंक्षण के लिए और नलकों पर टुन्टी लगाकर जल संरक्षण के लिए कार्यक्रम आयोजित किये गए। हर बूथ से 5-5 सरकारी योजना के लाभार्थियों द्वारा मोदी को धन्यवाद पत्र लिखवा कर मोदी के जन्मदिन की बधाई एवं आभार संदेशों को भेजा गया। ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने ज़िला पदाधिकारियों के साथ मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना।
जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों और उनके जीवन दर्शन को कार्यकर्ताओं के सामने रखते हुए कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा जिले के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था। दीनदयाल जी परीक्षा में हमेशा प्रथम स्थान पर आते थे। उन्होंने प्रशासनिक परीक्षा दी, उत्तीर्ण भी हुये किन्तु अंग्रेज सरकार की नौकरी नहीं की। 1937 में छात्र जीवन के दौरान पंडित जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आये और संघ के जीवनव्रती प्रचारक बन गये। श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर जनसंघ की स्थापना की। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक थे। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानव दर्शन और अन्त्योदय जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी। एक लेखक के रूप में ‘अखंड भारत क्यों हैं’, ‘राष्ट्र जीवन की समस्याएं’, ‘राष्ट्र चिंतन’ और ‘राष्ट्र जीवन की दिशा’ आदि साहित्यिक कृतियां लिखी। समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया। देश के प्रधानमंत्री मोदी उनकी विचारधारा पर चल देश के गरीबों, पिछड़ों, शोषितों, मजदूर और किसान के हित में लगातार कार्यरत हैं और देश के हर व्यक्ति को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं।
गोपाल शर्मा ने कहा कि बचपन से ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय, नरेंद्र मोदी जी के वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद देश भर में उनके नाम से अनेकों ऐसी योजनाएं चलाई, जो अन्त्योदय के उनके सपने को सार्थक करते हुए गाँव, गरीब, शोषित, पीड़ित, दलित और पिछड़ों का जीवन बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। भारत को एक देश और समाज के रूप में बेहतर बनाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय के योगदान ने पीढ़ियों को प्रेरित किया है, तो नरेंद्र मोदी जी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दिखाए मार्ग पर चलकर न केवल देश के विकास को नई सोच के साथ गति दी है, बल्कि दुनिया में भारत को अग्रणी देशों में सम्मिलित कर दिया है। मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने से कार्यकर्ताओं में नवीन ऊर्जा का संचार होता है जिससे पोषित कार्यकर्ता देश और समाज की सेवा में अग्रसर रहते हैं।