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देश विदेश से दीक्षा लेने श्री सिद्धदाता आश्रम पहुंचे लोग, जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने दी 300 से ज्यादा लोगों को दीक्षा

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सूरजकुंड सेक्टर 44 स्थित श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम श्री सिद्धदाता आश्रम में आज दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 300 से ज्यादा लोगों ने नामदान प्राप्त किया।
इस अवसर पर दीक्षा देते हुए जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि नाम जप शिक्षा और रोजगार के रास्ते भी खोलता है। इसलिए नाम जप छोटे बड़े सभी के लिए कल्याणकारी है। उन्होंने कहा कि नामजप की शक्ति और महिमा अनंत है। भगवान के नाम का सहारा लेने वाले के जीवन में आश्चर्यजनक बदलाव होते हैं। महाराज ने बताया कि रामानुज मत में पंचविधि से नाम दान दिया जाता है। इसमें यज्ञ, यज्ञोपवीत, नाम, तप्त चक्रांकन व शरणागति नाम के पांच अंग होते हैं। जिनसे गुजर कर ही कोई व्यक्ति शिष्य बनता है।
इस अवसर पर दिए प्रवचन में गुरु महाराज ने बताया कि नाम का व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व है। उन्होंने कहा कि नाम किसी भी उम्र का व्यक्ति ले सकता है। बच्चे व विद्यार्थी भी नाम जप सकते हैं। जिसका उन्हें अपने जीवन में लाभ अवश्य ही मिलता है। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने बताया कि नाम का बड़ा उदाहरण भक्त प्रहलाद हैं जिन्हें महर्षि नारद ने नारायण नाम जपने के लिए कहा था। आप देखें बालक प्रहलाद के नाम जप केकारण ही भगवान को अवतार लेना पड़ा और प्रहलाद भक्त शिरोमणि हो गए। इसलिए बिना शंका के नाम जपो। आपके जीवन में सब सुफल ही होगा।
इस अवसर पर 300 से ज्यादा लोगों ने गुरु महाराज से शिष्यत्व ग्रहण किया और उन्हें गुरु स्वीकार किया। यह लोग भारत के कोने कोने से आए थे जिनमें दिल्ली, गाजियाबाद, लखनऊ, मद्रास, मुंबई, जामनगर, उन्नाव, इटावा, पटना, गया सहित दुबई आदि जगहों के नाम भी शामिल हैं। गौरतलब है कि श्री सिद्धदाता आश्रम दुनिया भर में अपनी अलौकिक शक्तियों के लिए विशेष महत्व रखता है। यहां संस्थापक स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज ने भाव रखने वालों के जीवन में धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदान करने का वचन दिया था। तभी से यहां दुनिया भर से आने वाले भक्तों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी की ओर है।

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