Faridabad NCR
सेक्टर 21 स्थित रॉयल गेस्ट हाउस में लड़कियों से वेश्यावृत्ति करवाने तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा द्वारा महिला विरुद्ध अपराध में संलिप्त आरोपियों की धरपकड़ के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए एसीपी विनोद कुमार के नेतृत्व में महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर माया तथा एनआईटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनीता की टीम ने कड़ी मशक्कत करते हुए लड़कियों से वेश्यावृत्ति करवाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जितेंद्र, विनोद तथा निखिल का नाम शामिल है। आरोपी जितेंद्र राजस्थान के अलवर का रहने वाला है और फिलहाल फरीदाबाद के एसजीएम नगर में रह रहा था वहीं आरोपी निखिल तथा विनोद फरीदाबाद के निवासी है। आरोपी जितेंद्र ने गेस्ट हाउस वैश्यावृति ले लिए किराए पर लिया हुआ था और विनोद इसका मैनेजर था तथा निखिल यहां लड़कियां सप्लाई करता था। एसीपी विनोद को कल शाम करीब 7 बजे गुप्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी जितेंद्र जिस्मफरोशी के लिए लड़कियां सप्लाई करवाता है। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते एसीपी विनोद के नेतृत्व में एनआईटी तथा महिला थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर सुनीता व इंस्पेक्टर माया की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए फर्जी ग्राहक बनकर जितेंद्र से मोबाइल पर संपर्क किया और लड़की सप्लाई करने की बात कही जिस पर जितेंद्र ने लड़कियों की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी और गेस्ट हाउस में आने के लिए कहा। फर्जी ग्राहक मने पुलिसकर्मी अपने साथ 5 हजार रुपए लेकर गया जो गेस्ट हाउस में पहुंचा जहां पर 8 लड़कियां वेश्यावृत्ति के लिए ला रखी थी जो यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली इत्यादि राज्यो की रहने वाली थी। सिपाही ने पैसे जितेंद्र को दिए। सिपाही ने इसके बारे में अपनी टीम को सूचना दी तो जिसके पश्चात पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर होटल में रेड डाली और आरोपियों को गिरफ्तार करके लड़कियों को मुक्त करवाया। आरोपी जितेंद्र के कब्जे से 5 हजार रूपए बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपी विनोद ने बताया कि जितेंद्र यहां रोज नई नई लड़कियां लेकर आता है और उनसे वैश्यावृति करवाता है। इस मामले में अभी जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित लड़कियों को मेडिकल के लिए अस्पताल भिजवाया गया है वहीं आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है।