Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 11 अगस्त। पुलिस आयुक्त कार्यालय में आयोजित अपराध समीक्षा बैठक में पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली व दक्षता के आधार पर पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने अपराध शाखा के प्रभारियों को नयी जिम्मेदारी सौंपी है।
पुलिस आयुक्त ने अब एक अहम फेरबदल करते हुए मिसिंग पर्सन सेल को अपराध शाखा के अंतर्गत कार्य करने का आदेश दिया है। इस नये अपराध शाखा का नाम किडनैपिंग एंड एबडक्शन टीम (कैट) है। यह अपराध शाखा फरीदाबाद के सभी थानों में दर्ज अपहरण एवं लापता लोगों के मामले में कार्रवाई एवं अनुसंधान करेगी। यह अपराध शाखा विशेषकर नाबालिग बच्चियों के अपहरण तथा लापता होने के मामले में पूरी तत्परता से कार्रवाई करेगी। आँकड़ो के अनुसार, जुलाई अंत तक फरीदाबाद पुलिस ने कुल 134 लापता नाबालिगों को उनके परिजनों से मिलाया। इन आँकड़ों में 71 लापता किशोर आयु के बच्चे हैं जबकि, माइनर गर्ल्स की संख्या 63 है।
अदालत से जमानत पर रिहा होने के किस की ट्रायल के दौरान कोर्ट में हाजिर ना होने वाले बेल जंपर एवं भगोड़े अपराधियों PO की तलाश एवं सजा काट रहे जेल से पैरोल पर आये अपराधी जो वापिस जेल ना जाकर फरार हो जाते है, उपरोक्त आरोपियो की गिरफ्तारी कर न्यायालय में प्रस्तुत करने की नयी जिम्मेवारी अब अपराध शाखा, सेक्टर-14 की है। अपराध शाखा, सेक्टर-14 के द्वारा पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद के क्षेत्र में आने वाले सभी भगोड़े अपराधियों पर कार्रवाई सुनिश्चत की जाएगी। इसका मतलब यह है कि पीओ सेल अब क्राइम ब्रांच के तौर पर कार्य करेगी। अपराध शाखा ने इस वर्ष जुलाई माह के अंत तक 73 उद्घोषित अपराधियों तथा 70 बेल जम्पर को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत करने उपरांत जेल भेज दिया है।
नया प्रभार मिलने के बाद बीपीटीपी (सेन्ट्रल) अब सामान्य चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाते हुए पेशेवर चोरों को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार करेगी। सूची में शामिल नाम पर एक निश्चित समयांतराल में समीक्षा की जाएगी और चोरी की घटनाओं में संलिप्त अपराधियों की गतिविधियों को अंकित किया जाएगा। सक्रिय चोरों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए बीपीटीपी (सेन्ट्रल) को नये प्रभार के साथ तैनात किया गया है।
नये कार्यभार मिलने की दशा में अपराध शाखा, सेक्टर-48 अब एनआईटी जोन के सभी थानों में दर्ज झपटमारी तथा फिरौती के केस में अपनी कार्यकुशलता दिखाते हुए इसके निष्पादन का उचित निर्वहन करेगी।
लूट, डकैती एवं फिरौती के ऐसे मामले, जो सेन्ट्रल और बल्लभगढ़ जोन के थानों से संबंधित हैं। इन मामलों के प्रभावी निष्पादन का कार्य अपराध शाखा, सेक्टर-30 को सौंपा गया है।
अपराध शाखा, सेक्टर-17 को, जघन्य मामलों के अलावा अन्य मामलों में वांछित अपराधियों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का कार्यभार सौंपने के साथ ही आपराधिक इतिहास वाले वांछित अपराधियों पर शिकंजा कसने का प्रभार दिया गया है।
गृहभेदन कर चोरी करने वाले सेंधमारों पर अपराध शाखा, सेक्टर-85 की कार्रवाई भारी पड़ने वाली है। क्योंकि, अपराध शाखा, सेक्टर- 85 को गृहभेदन के विरूद्ध अंकित मामलों में सेंधमारों का पता कर उसपर कार्रवाई करने का जिम्मा सौंपा गया है।
अब प्रतिबंधित नशा सामग्री जैसे- गाँजा, स्मैक इत्यादि के सेवन व खरीद-बिक्री के विरूद्ध एनडीपीएस एक्ट से जुड़े सभी मामलों के निष्पादन का उत्तरदायित्व अपराध शाखा, बदरपुर बॉर्डर के हाथों में दिया गया है।
हाल के दिनों में हुई हिंसक आपराधिक झड़पों के मामले को फरीदाबाद पुलिस की ओर से गंभीरतापूर्वक लेते हुए पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने जहाँ, अपराध शाखा, सेक्टर-65 को नयी जिम्मेवारी के रूप में छायंसा, तिगाँव तथा सदर बल्लभगढ़ थानाक्षेत्र में हिंसक आपराधिक घटनाओं में शामिल आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए मामले के निष्पादन करने का आदेश दिया है।
वहीं, सेक्टर-7, आदर्शनगर तथा सिटी बल्लभगढ़ थाना में हिंसक झड़पों के विरूद्ध दर्ज मामलों का प्रभावी निष्पादन का कार्यभार अपराध शाखा, ऊँचागाँव को मिला है।
अपराध शाखा, सेक्टर-56 द्वारा पूरे फरीदाबाद में हो रहे वाहन चोरी तथा एटीएम चोरी की घटनाओं का उद्भेदन करते हुए मामले के निष्पादन का निर्वहन किया जाएगा।
श्री सिंह ने वाहन चोरी के मामलों में पुलिस की संवेदनशीलता बढ़ाते हुए अपराध शाखा, बड़खल को वाहन चोरी के मामले के निष्पादन का अतिरिक्त प्रभार दिया है। अपराध शाखा, बड़खल को लापता लोगों की बरामदगी के साथ अन्य मामलों का प्रभार भी दिया गया है।
इन सब के अलावा पुलिस आयुक्त ने कहा है कि फरीदाबाद पुलिस के सभी डीसीपी एवं एसीपी स्तर के अधिकारी मामले की गंभीरता को देखते हुए अनुसंधान के क्रम में प्राप्त तथ्यों व साक्ष्यों पर वैज्ञानिक व तार्किक आधार पर पर्यवेक्षण करेंगे।