Faridabad NCR
पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल, IPS ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस के अमर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर किया नमन
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : जैसा कि विदित है कि प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को भारत वर्ष में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। बता दे कि सीआरपीएफ की तीसरी बटालियन की एक कंपनी लददाख में हॉट स्प्रींग एरिया में तैनात थी। 21 अक्तूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर कम्पनी के 21 जवानो की एक टुकडी गश्त कर रही थी इसी दौरान चीनी फौज के एक बडे दस्ते ने घात लगाकर हमारे जवानो पर अटैक कर दिया। हमारे जवानों ने चीनी आक्रमण का डटकर मुकाबला किया और दुश्मनो को मार गिराया, इस घाती हमले में हमारे 10 शूरवीर जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। यह देश के लिए गौरव की बात है। तभी से इन बहादुर जवानों के बलिदान को भारत वर्ष में पुलिस स्मृति दिवस के रुप मे मनाया जाता है।
इसी क्रम में आज 21 अक्टूबर को पुलिस लाईन सेक्टर 30 फरीदाबाद में *पुलिस स्मृति दिवस* के अवसर पर शहीद हुए पुलिसकर्मियों की याद में श्रृद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। पुलिस स्मृति दिवस पर जवानों द्वारा शहीदों की याद मे सलामी दी गई, पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल, IPS, पुलिस उपायुक्त मुख्यालय अभिषेक जोरवाल, पुलिस उपायुक्त अपराध क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा, पुलिस उपायुक्त एनआईटी कुलदीप सिंह, पुलिस उपायुक्त सेंट्रल जसलीन कौर, पुलिस उपायुक्त बल्लबगढ़ अनिल कुमार, पुलिस उपायुक्त यातायात ऊषा सहित सभी एसीपी व अन्य पुलिसकर्मियों ने अमर जवान शहीद समारक, पुलिस लाईन सेक्टर 30 फरीदाबाद पर शहीदों को पुष्प श्रद्धा व सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी व परेड का आयोजन किया जाकर शहीदों को शोक सलामी दी गई।
इस दौरान फरीदाबाद पुलिस के शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल, IPS ने सहानुभुति देकर शहीद हुए पुलिसकर्मियों के उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया व फरीदाबाद पुलिस के शहीद सहायक उप निरीक्षक योगराज के बेटे राजेश मेहता वासी टाऊन नम्बर-3 फरीदाबाद व शहीद सिपाही सत्यवीर सिंह की पत्नी सुनीता वासी गांव जाजरु बल्लबगढ को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट किया गया तथा शहीदों के परिवारों की सुख-समृधि की कामना की। पुलिस आयुक्त ने अमर शहीद जवानों का कोटि-कोटि धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी, इसके लिए भारत वर्ष सदैव उनका आभारी रहेगा और उनकी शहादत पूरे देश के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करेगी जिससे नवयुवक देश सेवा के लिए आगे आएंगे और वतन को नई बुलंदियों तक ले जाने में अपना अहम योगदान देंगे।