Faridabad NCR
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने स्मृति चिन्ह देकर, नए जीवन की शुरुआत अच्छे स्वास्थ्य एवं सुखमय भविष्य की शुभकामनाओ के साथ दी विदाई
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आज पुलिस आयुक्त कार्यालय के प्रांगण में फरीदाबाद पुलिस विभाग के सेवानिवृत्ति पाने वाले निरीक्षक करतार सिंह, जोगिन्द्र सिंह, सतपाल,सहायक उप निरीक्षक प्रदीप, अजीत, टेकन लाल, रमेश चन्द, सुरेन्द्र, मुख्य सिपाही राजपाल एवं ग्रुप-डी कर्मचारी कालू राम की सेवानिवृत्ति विदाई पार्टी आयोजित की गई किया गई।
श्री विकास कुमार अरोड़ा IPS पुलिस आयुक्त द्वारा स्मृति चिन्ह देकर उनके अच्छे स्वास्थ्य एवं उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विदाई दी गई। जवान निरीक्षक करतार सिंह को अपने 37 साल 5 महिने की लम्बी सेवा पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। वही निरीक्षक जोगिन्द्र सिंह पुलिस विभाग में 36 वर्ष 9 माह की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। निरीक्षक सतपाल ने पुलिस विभाग में 39 वर्ष 10 महिने की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। उप निरीक्षक प्रदीप ने पुलिस विभाग में 38 की लम्बी सेवा उपरान्त फरीदाबाद पुलिस में कार्य किया है। उप निरीक्षक अजीत सिंह ने पुलिस विभाग में 33 वर्ष 04 माह की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। उप निरीक्षक टेकन लाल ने पुलिस विभाग में 33 वर्ष 04 माह की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। उप निरीक्षक सुरेन्द्र ने पुलिस विभाग में 33 वर्ष 04 माह की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। मुख्य सिपाही राजपाल ने पुलिस विभाग में 21 वर्ष 05 माह की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त है। ग्रुप-डी कर्मचारी कालू राम ने पुलिस विभाग में 29 वर्ष की लम्बी सेवा के उपरान्त पुलिस विभाग में सेवा निवृत्त है।
इस विदाई आयोजन के दौरान सेवानिवृत्त हुए जवान के परिजनो के साथ-साथ डीसीपी मुख्यालय, एसीपी मुख्यालय विष्णु प्रसाद, वेलफेयर इंचार्ज व सम्पूर्ण आयुक्त मुख्यालय स्टाफ साथ सेवानिवृत्ति पाने वाले पुलिसकर्मियों के परिजन भी उपस्थित रहे।
इस मौका पर पुलिस आयुक्त ने कहां कि सेवानिवृत्त होने के बाद भी पुलिस अफसर अपना कर्तव्य निर्वहन करते हुए समाज की बुराइयों को दूर कर सकता है पुलिस विभाग में रहते हुए अफसरों के अधीन कार्य करना पड़ता है जबकि सेवानिवृत्त होने के बाद स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकता है और समाज में फैली बुराइयों को जागृति लाकर दूर कर सकता है। पुलिस अफसर सदैव ड्यूटी पर होता है वह कभी भी रिटायर नहीं होता जो कि उसने ट्रेनिंग के दौरान पुलिस विभाग से शिक्षा प्राप्त की है वह सदा उसके साथ रहती हैं।