Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 17 अप्रैल। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से गर्मी लगातार बढ़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार तापमान भी सामान्य से ज्यादा है और आने वाले दिनों में और अधिक बढऩे का अनुमान है। ऐसे में सभी को गर्मी एवं लू से बचाव व सावधानी रखनी जरूरी है।
डीसी ने कहा कि गर्मी का मौसम में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान ओर बढ़ेगा। ऐसे में सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्मी व लू के कारण कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में गर्मी व लू जानलेवा भी साबित हो सकती है। इससे बचाव को लेकर विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
उपायुक्त ने कहा कि गर्म हवाएं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे किसी व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।
आप को बता दे हरियाणा राज्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें बताया गया है कि सभी लोग दैनिक कार्यक्रमों की सूची बनाने से पूर्व रेडियो, टीवी या समाचार पत्र के माध्यम से अपने स्थानीय मौसम की जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें ताकि घर से बाहर निकलते समय गर्म हवाओं व लू के प्रकोप से बचने के लिए सावधानी बरती जा सके। गर्मी के दौरान पर्याप्त मात्रा में जितनी बार संभव हो पानी पियें भले ही प्यास ना लगी हो। इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकले तो हल्के रंगों के ढीले फिटिंग के और सूती कपड़े पहने। साथ ही सुरक्षात्मक चश्में, छाता, पगडी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें। यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें।
यदि किसी का कार्यक्षेत्र इस प्रकार का है कि धूप में कार्य करना होता है तो धूप से बचाव के लिए टोपी या छाते का उपयोग करें तथा अपने सिर, गर्दन व चेहरे पर गीला कपड़ा जरूर रखें। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे इसके लिए घर के बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें। गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मतली और दौरे के लक्षणों को पहचाने। यदि थकान व कमजोरी व बीमार जैसा महसूस कर रहें है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें।
गर्मी का मौसम जानवरों के लिए भी समस्या पैदा कर सकता है। ऐसे में पालतू जानवरों को छाया में रखें और उन्हें निरंतर पीने का पर्याप्त पानी देते रहें। घर का तापमान रहने के योग्य बना रहे इसके लिए रात में घरों की खिड़कियां खुली रखें। मौसम में हो रहे बदलावों को ध्यान में रखते हुए श्रमायुक्त कार्यों को दिन के ठंडे समय के दौरान करें। कार्यक्षेत्र पर गर्भवती मजदूरों का चिकित्सकीय परामर्श की स्थिति में अतिरिक्त ध्यान देना होगा। अक्सर अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां करते है जो बाद में परेशानी का सबब बनती है। ऐसे में गर्मी के मौसम में वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें व कोशिश करें कि दिन में 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त शरीर में पानी की कमी वाले पेय पदार्थ जैसे कि शराब, चाय कॉफी के सेवन से दूरी बनाए रखें।