Nuh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूह में मैकेनिकल विभाग के सहायक प्रोफेसर वसीम अकरम ने बताया कि उन्होंने ये मुहिम इसलिए शुरू की कि हर साल भारत में लाखों पक्षी, पशु तेज गर्मी में पानी, खाना ना मिलने के कारण मर जाते हैं।
इस बार लॉक डाउन के कारण बाजार और अन्य सामाजिक, धार्मिक जगहों के बंद होने के कारण उनके लिए खाना पानी मिलना और दुर्भर हो गया। पशु पक्षी को सदीद गर्मी में बचाने के लिए ये मुहिम शुरू की गई जिसका नाम रखा गया ” मेवात इंजीनियरिंग
कॉलेज सेव दा बर्डस”। जिसमें मेवात के नेताओं, हरियाणा के कई बड़े आला अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों, सामाजिक व बुद्धिजीवी लोगों, युवा वर्ग, छात्रों व शिक्षकों ने सहयोग किया।
प्रोफेसर वसीम अकरम ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले अपने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की कि उनके साथ इस मुहिम में जुड़ें, इसके पश्चात उन्होंने अपने छात्रों को इस मुहिम में जोड़ा, फिर छात्रों ने इस मुहिम को आगे बढ़ाया। उन्होंने सभी लोगों का शुक्रिया भी किया।
प्रोफेसर वसीम अकरम ने बताया कि हमें तालीम के साथ साथ अपने सामाजिक जीवन के कर्तव्यों को भी निभाना चाहिए, तभी तालीम के सही मायने पूरे हो सकते हैं।