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Faridabad NCR

श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में धूमधाम से मनाई रामानुज स्वामी की जयंती

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : श्री सिद्धदाता आश्रम के पांच दिवसीय 18वें ब्रह्मोत्सव के चौथे दिन रामानुज संप्रदाय के प्रवर्तक स्वामी रामानुज की जयंती पर विशेष अभिषेक हुआ और शाम को विशाल शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर अधिष्ठाता जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने लोकमंगल के लिए कामना की।
उन्होंने बताया कि मूलत: इस संप्रदाय की स्थापना स्वयं माता लक्ष्मी जी ने की इसलिए इस संप्रदाय का नाम श्री संप्रदाय है। लेकिन गुरु भक्ति को जनमानस में पुन: प्रतिपादित करने के कारण बाद में रामानुज स्वामी के नाम से ही संप्रदाय को जाना जाने लगा। उन्होंने कहा कि श्री रामानुज संप्रदाय के प्रमुख तीर्थ स्थल श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में देश विदेश से भक्त भाष्यकार रामानुज स्वामी की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। ऐसा माना जाता है कि करीब एक हजार वर्ष पूर्व धर्म से विरुद्ध आचरण बढऩे पर भगवान के निर्देश पर शेषजी ने रामानुज के रूप में दक्षिण के पेरंबदूर में अवतार लिया और लोगों को धर्म के साथ जोड़ा। उन्होंने गुरु भक्ति और गुरु ज्ञान को आगे स्थापित किया और जीव व ब्रह्म के लिए एक विशिष्ट अद्वैत सिद्धांत को प्रतिपादित किया। वह करीब 120 वर्ष जीऐ और पूरे देश को एक सूत्र में पिरोया। रामानुज स्वामी को भगवान नारायण के शेषजी के अवतार माना जाता है जिन्होंने कलियुग में धर्म से दूर हो रहे लोगों को धर्म के साथ जोड़ा।
इस शोभायात्रा का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने किया। पांच दिवसीय यह ब्रह्मोत्सव 4 मई को भगवान श्री लक्ष्मीनारायण एवं अन्य सभी देव विग्रहों के साथ विशाल शोभायात्रा के साथ संपन्न होगा। जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आने की पूरी संभावना है जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

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