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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 5 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य और फरीदाबाद के सबसे लोकप्रिय एवं दबंग नेता स्वर्गीय कुंदन लाल भाटिया जी की आज 35वीं पुण्यतिथि है। स्व. भाटिया जी ने वर्ष 1982 में पहली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, और अपनी ईमानदारी, जनसेवा और मजबूत नेतृत्व क्षमता के बल पर 1987 में भाजपा से विजयी होकर फरीदाबाद के विधायक बने।
वे उस समय पार्टी के उन महान नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चले, जिनमें लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मंगल सेन, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. कमला वर्मा और सुषमा स्वराज जैसे दिग्गज शामिल थे।
‘बाऊजी’ स्व. कुंदन लाल भाटिया जी ने फरीदाबाद की जनता के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उन्होंने आम जनता की समस्याओं को सदैव अपनी प्राथमिकता में रखा और विकास की हर पहल में जनता की आवाज़ बनकर सामने आए।
उनका नाम आज भी ईमानदारी, सादगी और निडरता का प्रतीक है।
उनके पांच पुत्र जगदीश भाटिया, किशन भाटिया, गोविंद भाटिया, चंदर भाटिया और राजेश भाटिया हैं।
स्वर्गीय कुंदन लाल भाटिया के निधन के बाद व उनके आशीर्वाद से चंदर भाटिया ने भी विधायक की सीट संभाली और दो बार भारतीय जनता पार्टी से विजयी रहकर फरीदाबाद की जनता की सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाया।
आज भी पूरा भाटिया परिवार बड़ों से लेकर छोटों तक स्व. कुंदन लाल भाटिया जी और माता श्रीमती कांता भाटिया जी को श्रद्धापूर्वक याद करता है। और सदैव कहते हैं कि, “हमारे बाऊजी और मां आज भी हमारे दिलों में जीवित हैं, उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ है।”
5 नवंबर 1990 को उनके निधन के बाद भी उनके आदर्श, कार्य और संघर्ष की गूंज आज भी फरीदाबाद की मिट्टी में सुनाई देती है।
भाजपा कार्यकर्ता और फरीदाबाद की जनता आज भी उन्हें एक सच्चे जनसेवक और दबंग नेता के रूप में गर्व से याद करती है।