Faridabad NCR
साई धाम में सड़क सुरक्षा और साइबर क्राईम जागरूकता कार्यशाला का आयोजन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 13 अप्रैल। सेक्टर 86, स्थित शिरडी साई बाबा स्कूल में एक दिवसीय सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्रों व शिक्षकों को सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत गाकर किया गया। तत्पश्चात् कक्षा 10वीं के छात्राओं द्वारा रोड़ सुरक्षा पर एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीसीपी ट्रेफिक अमित यशवर्धन को अंगवस्त्र व साई बाबा की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया। श्री यशवर्धन ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह जीवन बहुत अनमोल है। यदि हम सड़क के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो हम अपन जीवन को व्यर्थ भी कर सकते हैं। सड़क का संबंध हम सबके जीवन से है। चाहे हम छात्र हों या अध्यापक। हर साल लगभग डेढ़ लाख लोगों की मृत्यु सड़क हादसों में हो जाती है। जा अपने पीछे रोता हुआ परिवार छोड़ जाते है। डीसीपी ट्रेफिक ने सड़क नियमों के साथ-साथ साइबर क्राईम, साइबर बुलिंग जैसे विषयों पर भी छात्रों को मार्गदर्शित किया। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि डा. एमपी सिंह ने भी छात्रों को जागरूक करते हुए कहा कि सावधानी ही सुरक्षा है। सड़क के छोटे-छोटे नियमों का पालन करने से हम न केवल अपनी बल्कि अपने परिवार की भी सुरक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें सोशल मीडिया से भी बचना चाहिए। इस काल्पनिक दुनिया के भंवर में फंसकर ना जाने कितने ही बच्चों ने अपने प्राणों से हाथ धो दिए हैं।
साई धाम के संस्थापक अध्यक्ष डा. मोतीलाल गुप्ता ने इस कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यशालाओं से छात्रों का मानसिक, शैक्षणिक और बौद्धिक विकास होता है। साई धाम में सड़क सुरक्षा को लेकर ऐसी कार्यशालाऐं होती रहनी चाहिए जिससे बच्चों को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी बौध होता है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या बीनू शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए आए हुए आगंतुकों से आग्रह किया कि भविष्य में भी आपका सानिध्य हमें इसी प्रकार मिलता रहे। कार्यक्रम में स्कूल के छात्रों, अध्यापकों, केए पिल्लै, के साथ-साथ पुलिस विभाग के भी विभिन्न अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन आजाद शिवम दीक्षित ने सुचारू रूप से किया।