Faridabad NCR
मनोहर लाल की बेहतर शिक्षा नीति से ग्रामीण छात्रों को मिल रहा प्रोत्साहन : नयनपाल रावत
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा भंडारण निगम के चेयरमैन एवं विधायक नयनपाल रावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बेहतर शिक्षा नीति का ही परिणाम है कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र-छात्रा भी आज यूपीएससी परीक्षा सहित अन्य परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को सुविधाएं उपलबध करवाई जा रही है, जिसके चलते गांव के बच्चे भी पढ़ाई में अव्वल अंक लेकर अपने गांव व जिले का नाम रोशन कर रहे है। श्री रावत गांव दुधौला में आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान गांव दुधौला की सरदारी ने विधायक नयनपाल रावत का कार्यक्रम में पहुंचने पर पगड़ी पहनाकर एवं फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम में ग्रामीण क्षेत्र में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले तथा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को विधायक नयनपाल रावत द्वारा सम्मानित किया गया, जिसमें बीते वर्ष यूपीएससी परीक्षा में 295 रैंक हासिल करने वाले प्रिंस तेवतिया, 509 रैंक हासिल करने वाले अजय खुटैला, सब इंस्पेक्टर दीपक खुटैला, पीएचडी नरेश खुटौला, साबुद्दीन, सूरज, जूडो कराटे में नेशनल गोल्ड जीतने वाले संदीप, बॉडी बिल्डिंग में नॉर्थ इंडिया में गोल्ड जीतने वाले विरेंद्र खुटैला, ताइंक्वांडो में स्टेट मेडल विजेता कैप्टन मनोज खुटैला, दसवीं की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली काजल, महेश, 96 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले सिद्धांत खुटैला,94 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले प्रशांत, 92 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले दीपक व जयवीर तथा फौजी गंगाराम खुटैला,सायना मेडल आदि शामिल रहे। विधायक ने सभी बच्चों को पुरस्कृत करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा मनुष्य के जीवन की धुरी है इसलिए बिना शिक्षा मनुष्य की कोई वैल्यू नहीं है इसलिए बच्चों को पढ़ाई को गंभीरता से लेना चाहिए। इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक नयनपाल रावत के समक्ष गांव की कुछ समस्याएं रखीं, जिन्हें सुनने के बाद विधायक ने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान करवा दिया जाएगा और क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर बाकि नहीं छोड़ी जाएगी। इस अवसर पर सोहन, शास्त्री रमेश, देपी, इंद्रजीत, नत्थी सरपंच, शीशराम प्रधान, देशराज मास्टरजी, बिजेंद्र डायरेक्टर, महावीर मास्टर, वीरचंद पहलवान, अमरचंद, गुरुदत्त पंडित जी, मोहनलाल, निरंजर पंडित, विनोद, परशुराम सहित अनेकों ग्रामीण मौजूद थे।