Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : भागवत कथा सुनने से व्यक्ति के मन में परम संतोष उत्पन्न होता है और वह भौतिक जगत में शांति पूर्वक जीवन बिताता है। यह बात विधायक राजेश नागर ने अशोका एनक्लेव में आयोजित भागवत कथा में सम्मिलित होने के अवसर पर कही।
उन्होंने यहां व्यास पीठ पर उपस्थित भागवत मनीषी परम श्रद्धेय राम कृष्ण शास्त्री जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा का श्रवण किया। इस अवसर पर भक्तों के बीच विधायक राजेश नागर ने कहा कि व्यक्ति का चरित्र भागवत कथा सुनने से निखरता है। जो व्यक्ति भगवान के चरित्र का श्रवण मनन करता है, वह उनके चरित्र का अनुसरण भी करता है। नागर ने कहा कि भागवत की रचना करने वाले व्यास जी ने भी भागवत कथा को अपने संपूर्ण पुराणों से भी श्रेष्ठ माना है। स्वयं व्यास जी के मन के संशय भी भागवत की रचना करने के बाद ही समाप्त हुए।
विधायक राजेश नागर ने कहा कि व्यक्ति को अपने जीवन में धार्मिक अवश्य ही होना चाहिए। एक धार्मिक व्यक्ति को अन्य जीवों के प्रति दया और उनके कल्याण की भावना का पता होता है। आपकी कोई भी धार्मिक रीति हो, लेकिन यदि आप परमात्मा पर विश्वास रखते हैं और उनके दिखाए मार्ग पर चलते हैं तो आपके द्वारा दूसरों का बुरा नहीं हो सकता। नागर ने कथा आयोजकों को इस सुंदर समायोजन के लिए बधाई दी। नागर ने कहा कि आज के समय में जहां व्यक्ति अपने अपने में ही लगा हुआ है, वहीं तायल बंधुओं ने इतने विशाल स्तर पर कथा का आयोजन कर अन्य लोगों को भी भगवान की कथा सुनने का अवसर प्रदान किया, जिससे वह निश्चित ही विशेष पुण्य के भागी होंगे। नागर ने कहा कि वह भगवान के दिखाए मार्ग पर चलते हुए जनकल्याण का प्रयास कर रहे हैं। उनके घर के दरवाजे अपने क्षेत्र की जनता के लिए हमेशा खुले रहते हैं और वह जनता के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं। आपको किसी भी प्रकार की कोई जन सुविधा आदि से संबंधित कोई समस्या हो तो आप निश्चित ही मुझसे मिल सकते हैं।
इस भागवत कथा ज्ञान गंगा के आयोजक सुरेश तायल एवं मनीष तायल ने विधायक राजेश नागर का यहां पहुंचने पर स्वागत किया। आज कथा व्यास ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं, श्री गोवर्धन पूजा आदि का वृतांत बताया। यहाँ गया छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया और भक्तों में वितरित हुआ। यह कथा 2 नवंबर को पूर्ण होगी और 3 नवंबर को पूर्णाहुति भंडारा के साथ संपन्न होगी।
इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता गिर्राज शर्मा, लोकेश बैंसला, सीएल जैन आदि भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।