Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 23 दिसंबर हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने कहा है कि हाईकोर्ट की डबल बेंच के आदेश, ऑनलाइन पढ़ाई कराने वाले स्कूल ही वसूलेंगे ट्यूशन फीस का प्राइवेट स्कूल संचालक पालन नहीं कर रहे हैं।
नर्सरी, एलकेजी से मिडिल क्लास तक के बच्चों को ऑफलाइन यानी मैसेज भेजकर पढ़ाई करा रहे हैं और होमवर्क दे रहे हैं। आमने-सामने बैठकर ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करा रहे हैं इसके बावजूद वे अभिभावकों से फीस वसूल रहे हैं,यह हाईकोर्ट की डबल बेंच के आदेश,उसके बाद शिक्षा विभाग पंचकूला व चेयरमैन एफएफआरसी फरीदाबाद द्वारा इस संबंध में निकाले गए आदेशों का सरेआम उल्लंघन है। मंच ने इसकी शिकायत अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा व चेयरमैन एफएफआरसी कम मंडल कमिश्नर फरीदाबाद से की है और दोषी स्कूलों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव डॉ मनोज शर्मा ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने आदेश निकाले हैं कि
कोविड-19 महामारी के चलते पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए फिलहाल ऑनलाइन ही पढ़ाई कराई जाएगी। जनवरी से इन कक्षाओं के विद्यार्थियों का मासिक मूल्यांकन टेस्ट अवसर (AVSAR) ऐप के माध्यम से लिया जाएगा। मंच का कहना है कि जब स्कूल वाले ऑनलाइन पढ़ाई करा ही नहीं रहे हैं तो जनवरी से इन कक्षाओं के विद्यार्थियों का मासिक मूल्यांकन टेस्ट कैसे हो सकता है। मंच ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने को कहा है। और ऑनलाइन और ऑफलाइन पढ़ाई की परिभाषा आम जनता को बताने को कहा है। मंच के जिला अध्यक्ष एडवोकेट शिव कुमार जोशी ने अभिभावकों से कहा है कि जो स्कूल अपने अध्यापकों के द्वारा अपने छात्रों को आमने सामने बैठा कर कंप्यूटर व मोबाइल की स्क्रीन पर ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं उन्हीं स्कूलों को मासिक आधार पर गत वर्ष वाली ही ट्यूशन फीस जमा कराएं। इसके अलावा अन्य कोई फंड ना दें। जो स्कूल ऑफलाइन पढ़ाई करा रहे हैं या सिर्फ मैसेज भेजकर होमवर्क दे रहे हैं ऐसे स्कूलों को किसी भी प्रकार की फीस ना दें।