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Faridabad NCR

श्री शिव महापुराण कथा का दूसरा दिन

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 22 मार्च। महाराजा अग्रसेन विवाह समिति द्वारा महाराजा अग्रेसन भवन सैक्टर-19 के विशाल प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथा व्यास महंत श्री राधेश्याम व्यास जी महाराज ने कथा श्रावण करने आए श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कथा वाचक का भी सम्मान नहीं किया, आने वालों का सम्मान नहीं किया। केवल अपने अभिमान को धन के खर्च करने का ध्यान दिया। मेरे जीवन की कथा सफल नहीं होती, क्योंकि धर्म का कर्म जो है वह अभिमान से नहीं विनम्रपूर्वक श्रद्धा भक्ति से होता है। श्रद्धा के बिना कोई धर्म कर्म नहीं हो सकता। ह्दय में श्रद्धा और भक्ति जब होती है, कितना धर्म खर्च करो, कितना समय खर्च करो। मन में श्रद्धा कथा में आए लोगों के प्रति हो। कथा सुनाने वाले वक्ता के प्रति हो, ब्राह्मणों के प्रति हो, सुनने आए श्रद्धालुओं के प्रति हो। श्रद्धा हो, विनम्र भाव हो। वह कथा निविघनता से सम्पन्न होती है। केवल पैसे से कथा नहीं होती। पंडाल लगाने से, भवन सजाने से कथा नहीं होती, कथा प्रचार से नहीं हो। अगर कथा विधि विधान से नहीं होती तो उसका फल प्राप्त नहीं होता। श्रद्धा और विनम्र से करवाई गई कथा से लाभ प्राप्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि श्री मद्भागवत सबसे पहले किसने किसको सुनाई, कामदेव और उसकी पत्नी रति को श्राप दिया फिर उनका उद्धार किया।
आयोजन कराने वाला कोई भी यजमान दृढ़ संकल्प के साथ में, दृढ़़ क्रिया के साथ में ईश्वर की कृपा का पात्र जब बनता जब ऐसे आयोजन प्रांरभ होते है। कथा सुनने वाले जो श्रद्धालु जो आएगें, सुनने वालों का क्या नियम है। व्यास गद्दी वाले सुनाने वाले का क्या नियम है। कहते है कि व्यास गद्दी इस प्रकार से बनवावें, सुनाने वाले मुंह पूर्व दिशा की ओर हो या उत्तर दिशा की ओर। व्यास गद्दी की दिशा का बड़ा प्रभाव है। वास्तु शास्त्र से लेकर ज्योतिष तथा ब्रह्म शास्त्र दिशाओं का बड़ा प्रभाव बताया गया है। दिशा से ही दशा बनती है। तभी कोई आयोजन विधिवत सम्पन्न होता है। पैसा खर्च करने से नहीं होता। हमने ऐसी-ऐसी जगह को देखा, बहुत बड़ा पंडाल बनाया गया और बहुत पंड़ाल तैयार किया, लेकिन कराने वाले के मन में अभिमान आ गया कि मैं पैसा लगा रहा हूं। लोगों को बुला रहा हूं और अन्र्तराष्ट्रीय कथा वाचक को बुलाकर व्यास गद्दी पर बैठा रहा हूं। लेकिन मन में अभिमान के चलते कथा का फल प्राप्त नहीं होता है।
महाराजा अग्रेसन विवाह सेवा समिति के प्रधान ब्रह्म प्रकाश गोयल ने बताया कि श्री शव महापुराण कथा में श्री राधे श्याम व्यास जी को सुनने के लिए फरीदाबाद के अलावा दिल्ली, गुरूग्राम, पलवल, होडल, मथुरा तथा आगरा से श्रद्धालु आ रहे है। पंड़ाल में श्रद्धालुओं को बैठने के लिए कोरोना नियमों का भी पूरा पालन किया जा रहा है साथ ही श्रद्धालुओ के सैनेटाईजर की भी व्यवस्था की हुई है।
कथा में मुख्य रूप से संरक्षक अनिल गुप्ता, कोषाध्यक्ष मनोहरलाल सिंघल, उपाध्यक्ष इन्द्रपाल गर्ग, आशा रानी, रजत गोयल, भुवनेश्वर अग्रवाल, पवल गर्ग, गोपाल,एडवोकेट मिथिलेश, एडवोकेट आर.के. गौड़, नानकचंद(डिप्टी भोले), श्याम सुन्दर अग्रवाल दिल्ली, सुनील गुप्ता केबल वाले दिल्ली, अनिता शर्मा, कैप्टन पी.के. शर्मा सैक्टर-28, बद्री प्रसाद गोयल अनाजमंडी, एडवोकेट प्रमोद गोयल सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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