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Faridabad NCR

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद के आइक्यूएसी सेल के द्वारा सात दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद में आइक्यूएसी सेल के सौजन्य से शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए शोध के क्षेत्र में ज्ञानोपार्जन करने हेतु सात दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम “रिसर्च मैथोडोलॉजी” विषय पर आयोजित किया गया। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के प्रथम दिन बतौर मुख्य वक्ता जेसी बोस यूनिवर्सिटी साइंस एंड टेक्नोलॉजी वाईएमसीए फरीदाबाद के सोशल वर्क विभाग से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर के एम ताबिश जी आमंत्रित रहे। वर्तमान में उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों के लिए शिक्षण तकनीक को शोध की सहायता से उन्नत और आसान बनाने के लिए शिक्षकों का शोध के विषय में ज्ञान अत्यंत आवश्यक हो गया है। आजकल शिक्षकों के लिए न केवल शिक्षण के क्षेत्र में अपितु स्वयं के शैक्षिक ज्ञान को विस्तार देने के लिए भी शोध करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए डीएवी शताब्दी कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर सविता भगत के मार्गदर्शन में इस सात दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। कॉलेज की आइक्यूएसी के मेंबर कोऑर्डिनेटर और एफडीपी के संचालक श्री मुकेश बंसल जी के निर्देशन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज की शिक्षण प्रणाली को उच्च कोटि का बनाने और शिक्षकों को अच्छा शोध पत्र लिखने का कौशल प्रदान करने के साथ ही साथ विभिन्न शोध पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशित करने में सहयोग करने के उद्देश्य से आइक्यूएसी सेल के द्वारा इस सात दिवसीय एफडीपी के आयोजन की पहल की गई। एफडीपी के प्रथम दिन मुख्य वक्ता डॉ के एम ताबिश ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से शिक्षकों को शोध की आधारभूत जानकारी अत्यंत विस्तार से बताई। उन्होंने शिक्षकों को शोध समस्या, शोध तकनीक, रिव्यु ऑफ लिटरेचर, रिसर्च डिजाइन के साथ-साथ सैंपलिंग तकनीकी के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस कार्यक्रम में कॉलेज के विभिन्न विभागों से 50 से भी अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। शिक्षकों में शोध के विषय में जानकारी प्राप्त करने और एक अच्छा शोध पत्र लिखने के लिए अत्यंत उत्साह और जिज्ञासा देखी गई। व्याख्यान के अंत में डॉक्टर ताबिश ने शिक्षकों के प्रश्नों का सरलता से उत्तर दिया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन कॉलेज के आइक्यूएसी सेल की सदस्याऔर वाणिज्य विभाग एस एफ एस से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर बिंदु रॉय ने किया। कार्यक्रम के अंत में वाणिज्य विभाग एस एफ एस से ही असिस्टेंट प्रोफेसर मिस रजनी टुटेजा ने धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। कार्यक्रम में तकनीकी पक्ष में असिस्टेंट प्रोफेसर ई एच अंसारी जी का विशेष योगदान रहा। एफडीपी के प्रथम दिन का व्याख्यान अत्यंत सफल और सार्थक रहा।

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