Faridabad NCR
विदेशी मरीज की दुर्लभ हृदय वाल्व एवं महाधमनी सर्जरी कर एसएसबी अस्पताल ने दिया नया जीवन
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 24 साल के विदेशी युवक के हृदय का एसएसबी अस्पताल के सीनियर हार्ट सर्जन बिग्रेडियर डा. एस.एस. सिद्धू व उनकी टीम ने सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन देने का काम किया है। डा. एस.एस. सिद्धू ने बताया कि युवक को दिल की एक दुर्लभ महाधमनी की बीमारी थी। छाती के बीच से निकलने वाली महाधमनी जिससे खून सारे शरीर में जाता है, छाती के बीच से बंद थी। यह बीमारी जन्म से ही होती है और लाखों में से एक को होती है। इस बीमारी के कारण युवक को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और उसका बीपी लगातार हाई चल रहा था। डा. सिद्धू ने बताया कि कई अस्पतालों ने इस जटिल ऑपरेशन को करने से मना कर दिया गया था। बता दें कि एओर्टिक वाल्व हमारे दिल का एक महत्वपूर्ण वाल्व होता है। यह वाल्व खून को दिल के सही दिशा में जाने में मदद करता है। इस युवक के मामले में एओर्टिक वाल्व संकीर्ण (तंग) हो गया था, जिससे खून को दिल से बाहर अच्छे से पहुंचने में परेशानी हो रही थी। साथ ही महाधमनी में रुकावट होने के कारण शरीर के निचले हिस्से तक खून का संचार नहीं हो पा रहा था। जांच में पाया गया कि युवक का ब्लड प्रेशर 240/140 था। यह बहुत ज्यादा घातक होता है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन से पहले युवक की कई जांचें की। जांच के बाद युवक के दो ऑपरेशन करने का फैसला किया गया। पहला ऑपरेशन एओर्टिक वाल्व को बदलने का था और दूसरा ऑपरेशन महाधमनी में रुकावट को ठीक करने का था। पहले ऑपरेशन में डॉक्टरों ने युवक के खराब एओर्टिक वाल्व को 19 मिमी के सोराइन यांत्रिक वाल्व से बदल दिया। दूसरे ऑपरेशन में डॉक्टरों ने छाती के ऊपरी हिस्से से निकलने वाली महाधमनी को सीधे छाती के नीचे वाली महाधमनी से जोडऩे के लिए एक यांत्रिक नली (ग्राफ्ट) लगाई। डा. सिद्धू ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और 6 दिन बाद युवक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। छुट्टी के बाद एक हफ्ते के बाद जब दोबारा जांच की गई तो पाया गया कि युवक पूरी तरह स्वस्थ है और अब उसके शरीर के सभी अंगों में ब्लड प्रेशर सामान्य है। डा. सिद्धू ने बताया कि इस मामले में यह खास बात है कि एओर्टिक वाल्व में समस्या और महाधमनी धमनी में रुकावट होना आम नहीं है और यह एक साथ होना और भी दुर्लभ है। वहीं इस सफल आप्रेशन पर अस्पताल के निदेशक डा. एस.एस. बंसल ने डा. सिद्धू व उनकी पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि यह सभी के लिए गर्व का विषय है कि विदेशी मरीज हमारे अस्पताल में आकर बेहतर इलाज प्राप्त कर रहे है और एक छत के नीचे लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देने के लक्ष्य को वह और उनके डाक्टरों की टीम पूरा करने में पूरी तत्परता से जुटे हुए है।