Faridabad NCR
अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रभारी इंस्पेक्टर सविता छात्राओं को कर रही जागरूक
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए स्टूडेंट पुलिस कैडेट प्रभारी इंस्पेक्टर सविता की अगुवाई में फरीदाबाद के गांव चंदावली स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जाकर बच्चों को महिला सुरक्षा, नारकोटिक्स, साइबर, यातायात इत्यादि कानूनों के बारे में जानकारी देकर समाज में होने वाले महिलाओं के शोषण के विरुद्ध जागरूक किया। इस अवसर पर उनके साथ ट्रैफिक ताऊ विरेंद्र, साइबर से उप निरीक्षक बाबूराम तथा नारकोटिक्स तथा दुर्गा शक्ति की टीम मौजूद रही। वहीं स्कूल की तरफ से प्रिंसिपल श्री मोहम्मद इकबाल तथा शिक्षिका श्रीमती लता रानी, सरिता, बबीता, जुबली, श्री चमन, आनंद, वीरसेन, सुरेंदर, कृष्ण तथा भूप सिंह सहित अन्य शिक्षक गण मौजूद रहे।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इंस्पेक्टर सविता की टीम छात्राओं को लगातार जागरूक करने में लगी हुई है और वह प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों पर जाकर छात्रों को विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक करने की कोशिश कर रही है ताकि इस देश की नौजवान पीढ़ी को समाज में घटित होने वाले अपराधों के बारे में समय पर जागरुकता करके उससे लड़ने में सफलता प्राप्त हो सके और शिक्षा के माध्यम से एक बेहतरीन समाज का निर्माण हो सके जिसमें महिलाओं का शोषण न हो और उन्हें भी उतने ही अधिकार प्राप्त हो सके जितने की समाज में पुरुषों को दिए जाते हैं। इसी क्रम में आज पुलिस की विभिन्न टीमें छात्रों को जागरूक करने के लिए चंदावली गांव में स्थित गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहुंची जहां उन्होंने महिला विरुद्ध घटित होने वाले लगभग सभी अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए सरकार द्वारा इनके निषेध के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि महिलाओं का कार्य केवल घर तक ही सीमित नहीं है बल्कि वह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस समाज निर्माण में अपना योगदान दे सकती हैं। बहुत सी महिलाएं शिक्षा के अभाव में शोषण का शिकार होती हैं क्योंकि उन्हें इस समाज और अपने रिश्तेदारों में अपनी बदनामी का डर रहता है। एक पति शराब पीकर अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार करता है उसके साथ मारपीट करता है और उसे बहुत ही अति भद्दी गालियां भी देता है परंतु पत्नी इन सब को सिर्फ इसलिए सहन करती है कि यदि उसने अपने पति के खिलाफ कुछ भी बोला या कोई भी कार्य किया तो उसका पति वापिस उसे छोड़ देगा और उसे वापस अपने मायके जाना पड़ेगा इसी वजह से महिलाएं शोषण का शिकार होती हैं और अपने अधिकारों जागरूकता के अभाव में पूरी उम्र दबाव में व्यतीत कर दी हैं। उन्होंने बताया कि एक पढ़ी-लिखी नारी अपने अधिकारों को जानती है और वह किसी भी प्रकार के शोषण के विरुद्ध अपनी आवाज उठाने में असमर्थ होती है इसलिए आवश्यक है कि प्रत्येक बच्चे को अपने अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए ताकि वह इस समाज की बुराइयों से लड़ सके और अपने हक के लिए आवाज उठा सकें।
नारकोटिक्स टीम द्वारा छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया गया जिसमें पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि नशे का सेवन करना न केवल शरीर के लिए हानिकारक बल्कि यह हमारे मस्तिष्क पर भी बहुत बुरा प्रभाव डालता है। नशे का सेवन करके व्यक्ति अपने होश गवा देता है और वह न जाने दूसरों को क्या क्या भला बुरा बोल देता है जिसकी वजह से समाज में उसकी छवि भी खराब हो जाती है और कोई भी व्यक्ति उसे अपने साथ में रखना पसंद नहीं करता। इसलिए आवश्यक है कि मादक पदार्थों से अपनी दूरी बनाकर रखें।
इसके पश्चात यातायात नियमों के बारे में बच्चों को जागरूक करते हुए ट्रैफिक ताऊ ने उन्हें यातायात नियमों का पालन करने के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि सड़क पर यात्रा करते समय सीट बेल्ट, हेलमेट इत्यादि सभी सुरक्षा उपकरण पहनना जरूरी है और तेज गति में वाहन बिल्कुल ना चलाएं क्योंकि इसकी वजह से सड़क दुर्घटना घटित हो सकती है। साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए उप निरीक्षक बाबूराम ने बताया कि आजकल बच्चे मोबाइल फोन का बहुत ज्यादा उपयोग करते हैं परंतु जानकारी के अभाव में कई बार वह साइबर अपराधियों द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर देते हैं जिसकी वजह से उनके या उनके माता-पिता के बैंक खाते से बहुत बड़ी रकम साइबर ठगों के पास चली जाती है। इसलिए मोबाइल फोन का प्रयोग करते समय यह ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार के लिंक पर क्लिक ना करें तथा साइबर अपराध के प्रति जागरूक होकर अपने साथियों को भी साइबर अपराधियों के जाल में फंसने से बचाएं।
अंत में पुलिस से संपर्क करने के माध्यमों के बारे में बच्चों को जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि वह किसी भी प्रकार के अपराध की सूचना 112 पर दे सकते हैं। इसके अलावा महिला हेल्पलाइन 1091, साइबर अपराधों से संबंधित शिकायतें 1930 और बच्चों से संबंधित किसी भी अपराध के लिए वह 1098 पर संपर्क कर सकते हैं। इसी के साथ इस जागरूकता कैंपेन का समापन किया गया जिसमें बच्चों द्वारा पूरी पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।