Faridabad NCR
मानव रचना में सोशल इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत छात्रों ने सामाजिक गतिविधियों में लिया भाग
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 20 जून। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) में डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन की ओर से 15 दिवसीय सोशल इंटर्नशिप कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूली छात्रों को सामाजिक और पर्यावरणीय गतिविधियों के प्रति जागरूक करने के मकसद से हुए इस कार्यक्रम में मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल (एमआरआईएस) सेक्टर-14, एमआरआईएस- चार्मवुड विलेज, होली चाइल्ड और मॉन्टेसरी कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्रों ने भाग लिया।
मानव रचना की ओर से ये इंटर्नशिप कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में डिज़ाइन किया गया है। इसका मकसद छात्रों को समाज और पर्यावरण के प्रति सतर्क बनाने के साथ ही करियर डेवलपमेंट सेंटर (सीडीसी) के माध्यम से उनका कौशल निखारना भी है। कार्यक्रम के तहत एक्सपर्ट टॉक, व्यावहारिक सर्वेक्षण, विभिन्न कार्यशालाएं और सत्र भी आयोजित किए गए। कार्यक्रम का नेतृत्व एमआरईआई के महानिदेशक व डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन डॉ. एनसी वाधवा ने किया।
इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत छात्रों को पर्यावरण और स्मार्ट उपयोग, असमानता, जीवनशैली व समग्र कल्याण विषयों पर प्रोजेक्ट दिए गए। कार्यक्रम की शुरुआत ओरिएंटेशन कार्य़क्रम के साथ हुई, इसके बाद मेंटर कनेक्ट और कार्यशालाओं का आयोजन हुआ जिसमें छात्रों को चुने गए विषयों पर व्यक्तिगत मार्गदर्शन दिया गया। छात्रों ने टीम वर्क और आपसी समझ के साथ सर्वेक्षण का काम भी किया। वहीं नेचर वॉक के तहत श्री पंकज ग्रोवर और फाउंडेशन की टीम के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण और सस्टेबेल प्रेक्टिसेज के बारे में उन्हें जागरूक किया गया।
डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, एमआरईआई ने कहा, “मानव रचना का मकसद अपनी योजनाओं के माध्यम से यूनाइटेड नेशंस के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) और सस्टेनेबल प्रैक्टिस को बढ़ावा देना है। ये इंटर्नशिप कार्यक्रम इसी उद्देश्य से प्रेरित है, जोकि युवाओं को संवेदनशील बनाकर उन्हें बड़े सामाजिक व पर्यावरणीय बदलावों से जुड़ी पहलों में भाग लेने का मौका देता है।”
डॉ. अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, एमआरईआई ने कहा, “किसी के भी कल्याण के लिए किया गया हर छोटा काम समाज पर गहरा प्रभाव डालता है। यह सामाजिक इंटर्नशिप कार्यक्रम भावी पीढ़ी को वंचित तबकों की ज़िंदगी में प्रभावशाली परिवर्तन लाने में सक्षम बनाता है। ”
डॉ. एनसी वाधवा ने कहा, “ये सोशल इंटर्नशिप कार्यक्रम समाज की भावी पीढ़ी को सामुदायिक हितों से जोड़ता है। इस कार्यक्रम के तहत हम छात्रों को ना सिर्फ सामाजिक कल्याण की दिशा में आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें कुशल और योग्य प्रोफेशनल बनाने की दिशा में भी मेंटरशिप मिलती है। ।”
15 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान विभिन्न समूहों में छात्रों ने वर्टिकल गार्डन तैयार करने, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट के तहत खूबसूरत प्रोजेक्ट तैयार करने के साथ पौधारोपण व सामाजिक जागरूकता को काम किया। कार्यक्रम के समापन पर पुरस्कार और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें छात्रों ने प्रतिभा का परिचय दिया। सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजन में संस्थान से डॉ. मीना कपाही, डीन- स्कूल ऑफ साइंसेज; डॉ. निधि डिडवानिया- डायरेक्टर, मानव रचना औषधीय पादप रोग विज्ञान केंद्र (एमआरसीएमपीपी) व प्रोफेसर बायोटेक; डॉ. प्रियंका तिवारी, एचओडी- डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी, डॉ. महक शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर- डिपार्टमेंट ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स; डॉ. अनोमा मोदक, असिस्टेंट प्रोफेसर व क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट-डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी, ; डॉ. शोभा श्रीवास्तव, डिप्टी रजिस्ट्रार (प्रशासन) व एसोसिएट प्रोफेसर-बायोटेक्नोलॉजी आदि ने विशेष सहयोग दिया।