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Faridabad NCR

सुपर ड्रेगन ट्रेन और रॉक स्टार झूला बना बच्चों की पहली पसंद

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 18 फरवरी। आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव की श्रृंखला में चल रहे सूरजकुंड में चल रहे अंतरराष्ट्रीय हस्त शिल्प मेला अपने चरम पर है। वीकेंड पर आप अपने बच्चों के साथ मेला देखकर हस्तशिल्प कला की न केवल जानकारी ले सकते हैं, साथ ही जरूरी सामान की खरीदारी भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं बड़ों के साथ-साथ छोटे बच्चों के लिए भी  मनोरंजन की कोई कमी नहीं है। मेला परिसर में अनेक प्रकार के झूले बच्चों के लिए मनोरंजन का साधन बने हुए हैं। मेले के एक कोने में बच्चों के लिए झूलों की विशेष व्यवस्था की गई है, जहां पर सभी प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस सुरक्षा कर्मियों की जगह-जगह तैनाती की गई है।
बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत डायल-112 और एंबुलेंस की विशेष सुविधा
मेले में आने वाले हर वर्ग सहित विशेषकर बच्चों के मनोरंजन के दौरान किसी प्रकार की कोई असुविधा न होने पाए, इसके लिए मेले में बाकायदा एंबुलैंस की व्यवस्था भी की गई है। एंबुलैंस में डाक्टरों की टीम तैनात रहती है। झूलों में जरूरत अनुसार पूूरा स्पेश रखा गया है, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पाए। लेकिन फिर भी प्राथमिक स्तर पर अगर फस्ट एड की जरूरत पड जाए तो यह टीम तुरन्त मौके पर पहुंच जाती है।
मिक्की माउस और स्केटिंग की सवारी पर बच्चों की दिलचस्पी
मेला देखने आ रहे पर्यटकों के साथ बच्चों में स्केटिंग कार और रॉक स्टार सबसे अधिक पसंदीदा मनोरंजन झूला है। बच्चे यहां आते ही इस झूले की ओर आकर्षित होते हैं। इस झूले की विशेष खासियत यह है कि इसमें झूला चलते समय म्यूजिकल गानों की सुविधा दी गई है, जोकि बच्चों की पहली पंसद है। मेला में आने वाले अधिकांश बच्चे इन झूलों को प्राथमिकता दे रहे हैं। झूलों मे मिक्की माऊस, ड्रेगन ट्रेन, हैलिकाप्टर, स्लंबो, कैटर पिलर, चकरी कार इत्यादि शामिल है। इन झूलों का आनंद वीकेंड पर टिकट लेकर उठाया जा सकता है।
बच्चों के लिए मॉडर्न झूलों की व्यवस्था : मैनेजर अमित
झूला मैनेजर अमित कुमार कहते हैं कि वे अकेले सूरजकुंड ही नहीं बल्कि हरियाणा के अलावा  उत्तर प्रदेश के हरिद्वार, राजस्थान के जयपुर व उदयपुर व दिल्ली सहित आस-पास के राज्यों में भी झूलों की व्यवस्था करते हैं, जिससे बच्चों सहित हर वर्ग झूलों का लुत्फ उठा सकता है। उनका कहना है कि मेला परिसर में झूलों के लिए अलग से स्थान दिया गया है, जहां सभी प्रकार के झूले लगाए गए हैं। यहां आने वाले पर्यटक नियमानुसार टिकट लेकर झूलों का मजा ले सकते हैं।

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