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Faridabad NCR

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला, सांस्कृतिक शाम रही मशहूर पंजाबी सिंगर काका के नाम

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 14 फरवरी। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में बड़ी चौपाल पर मंगलवार की सांस्कृतिक शाम मशहूर पंजाबी सिंगर काका के नाम रही। उन्होंने अपनी गायकी से संध्या की मीठी ठंड में पंजाबी तड़का लगाकर गर्माहट पैदा कर दी। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त विक्रम सिंह ने मुख्य अतिथि के तौर पर दीप प्रज्वलित करके किया।
उन्होंने शुरुआत तेरा चेहरा रब है मेरा… से कार्यक्रम की शुरुआत की। शुरुआत से ही दर्शकों का जोश देखने लायक था। मिट्टी दे टिब्बे दे सज्जे पासे, टिब्बे नालो नाल नी… सुनाकर उन्होंने माशूक के इंतजार की इंतहा को दर्शकों के सामने रखा। डार्लिंग उम्रा दा वादा करदे टेंपरेरी प्यार बड़ी वार हो गया.. प्रस्तुत करके आशिक के टूटे दिल का हाल बयां कर दिया।
गायक काका ने अपना प्रसिद्ध गाना ‘काले जेहे लिबास दी शौकीना कुड़ी, दूर दूर जावे मेरे काले रंग तों ..’ गाया तो इस रंग के लिबास पहने महिलाएं अपनी जगह पर खड़ी होकर ठुमके लगाने लगी। कार्यक्रम में शुरू से ही काका ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
एक के बाद एक शानदार हिट गानों की पेशकश देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। दर्शकों ने भी मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर पंजाबी गायक काका का जोरदार स्वागत किया।
काका ने ‘बस विच बैठी सजी तीजी सीट ते, गीत मेरा चल्ले तेरी हार्टबीट ते..’ सुनाकर एक बार फिर माहौल को जोश, हुल्लड़ और उत्साह से सराबोर कर दिया। इस गाने के लिए बच्चों की ओर से बार-बार फरमाइश आ रही थी।
रात की बढ़ती ठंड के बीच काका ने ‘दस की करां, तेरे ते मरां, कैड़ तो डरां, कह लेन दे..’ आदि धमाकेदार गानों की प्रस्तुतियों से श्रोताओं में जोश व गर्मी भर दी।
इस कार्यक्रम में काका को गिटार पर विपुल, बेस गिटार पर शुभम, कीबोर्ड पर अर्जित, ढोलक पर दीपक, ड्रम पर शिव, फ्लूट पर आकाश तथा इंजीनियर अंकित ने अपनी संगत दी।
इस मौके पर आनंद शर्मा, पूजा वशिष्ठ, नोडल अधिकारी धर्मेंद्र के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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