Faridabad NCR
सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल ने मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : दयाल बाग स्थित सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में 21 जून को अध्यापकों के साथ प्रार्थना प्रांगण में योग दिवस मनाया। पिछले 9 वर्षों से इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुशंसा पर यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली ने 2014 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया है। इस साल के योगा डे की थीम है- वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग। 21 जून को योगा डे मनाने के पीछे एक कारण यह भी है कि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में योग दिवस अपने प्रार्थना प्रांगण में मनाया जहां शिक्षकों व अन्य स्टाफ सदस्यों ने सामान्य योग क्रियाओं को किया, साथ ही विशिष्ट योग प्रक्रियाओं को भी सीखा।
विद्यालय के चेयरमैन डी पी भडाना ने शिक्षकों और छात्रों के साथ योग सत्र में उपस्थिति दर्ज कराइ। उन्होंने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के इस प्रयास की सराहना की कि उन्होंने भारत की इस प्राचीन विधा को अंतर्राष्ट्रीय स्टार का दर्जा दिलाया और सम्पूर्ण विश्व को इसके अनगिनत फायदों से परिचित कराया। आज अधिकतम देशों मैं योग को शारीरिक स्वास्थय का मूल मंत्र मान लिया गया है। सीबीएसई ने भी विद्यालयों में योग की कक्षाएं अनवरत रूप से लगाने का निर्देश दिया है जो की छात्रों के शाररिक और मानसिक स्वास्थय के लिए अत्यंत आवश्यक है।
सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर सत्येंद्र भडाना ने योग दिवस पर सभी को बधाई देते हुए बताया कि योग मस्तिष्क की प्रक्रियाओं को तीव्र करता है, याददाश्त बढ़ाता है और अनेक बीमारियों को ठीक करता है। लगातार योग करते रहने से शरीर और मस्तिष्क स्वस्थ रहते हैं। मनुष्य का अपने ऊपर नियंत्रण बना रहता है।
स्कूल की उप प्रधानचार्या श्रीमती नंदा शर्मा भी योग सत्र में उपस्थित रहीं और उन्होंने श्वांस के उतार चढ़ाव से सम्बंधित कुछ विशिष्ट प्रक्रियाओं का अभ्यास कराया। इस अवसर पर उन्होंने भी छात्रों व शिक्षकों के हेतु एक आवश्यक योग अभ्यास सत्र की प्रमुखता पर जोर दिया। इस अवसर पर शिक्षक आर पी सिंह दीपक सांगवान, विजय कुमार, मुकेश कुमार, अभिषेक, मोना सिन्हा, रीना, विजय लछमी, पूजा तिवारी, रेनू प्रधान, हरचरण सिह, सुरेश कुमार, महेंद्र, देवेंदर नागर व उदय सिंह आदि स्टाफ गण उपस्थित रहे।