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Faridabad NCR

छात्रों के शैक्षणिक नुक्सान को पूरा करने के लिए आगे आये शिक्षक

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 10 मार्च। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के प्रबंधन अध्ययन की महिला संकाय सदस्यों ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक विकास में योगदान देने के लिए स्वेच्छा से आगे आते हुए एक अलग उदाहरण स्थापित किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय बंद होने के कारण हुए शैक्षणिक नुक्सान को पूरा करने में संकाय सदस्य विद्यार्थियों को सहयोग देंगे।
कुलपति प्रो. एसके तोमर की उपस्थिति में हुई विभाग की समीक्षा बैठक में प्रबंधन अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. आशुतोष निगम ने एमबीए एग्जीक्यूटिव पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि एमबीए एक्जीक्यूटिव पाठ्यक्रम वर्ष 2019 में उन कामकाजी पेशेवरों के लिए शुरू किया गया था जो नौकरी के साथ-साथ पूर्णकालिक एमबीए में हिस्सा लेने में असमर्थ थे लेकिन यह एमबीए उनकी करियर की उन्नति के लिए जरूरी था। विद्यार्थियों की मांग पर विश्वविद्यालय द्वारा एमबीए एक्जीक्यूटिव पाठ्यक्रम शुरू किया गया, जिसकी कक्षाएं शनिवार और रविवार को लगाई जाती है।
उन्होंने बताया कि इन कक्षाओं का संचालन विशेषज्ञ शिक्षाविद एवं उद्योग जगत के विशेषज्ञ लेते रहे है। जबकि कोविड-19 महामारी के दौरान विश्वविद्यालय बंद होने के कारण एमबीए एक्जीक्यूटिव की कक्षाएं प्रभावित हुईं।
इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कुलपति ने कहा कि कोविड महामारी ने शिक्षण-अध्ययन की प्रक्रिया को काफी प्रभावित किया है। अब जबकि स्थिति में सुधार हुआ है, शिक्षण प्रक्रिया को फिर से पटरी पर लाने की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों की समस्या का समाधान करने के लिए फैकल्टी सदस्यों से सुझाव मांगे।
कुलपति के आह्वान पर प्रबंधन अध्ययन के संकाय सदस्य, जिनमें अधिकांश महिला शिक्षक है, ने स्वेच्छा से आगे आते हुए अपने वर्तमान दायित्वों के साथ विद्यार्थियों के शैक्षणिक नुकसान को पूरा करने के लिए अलग से कक्षाएं लगाने का प्रस्ताव रखा और महिला दिवस के उपलक्ष में संकल्प लेते हुए विश्वविद्यालय के अकादमिक विकास में सहयोग देने की प्रतिबद्धता जताई।
कुलपति ने संकाय सदस्यों के उत्साह की सराहना की और कहा कि उनकी प्रतिबद्धता दूसरों को प्रेरित करेगी तथा निश्चित रूप से विश्वविद्यालय को प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्टता लाने में योगदान देगी। बैठक में प्रबंधन अध्ययन के डीन प्रो. विक्रम सिंह और कुलसचिव डाॅ. एस.के. गर्ग भी मौजूद थे।

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