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Faridabad NCR

जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के सोशल वर्क के दस दिवसीय ग्रामीण शिक्षा शिविर का समापन

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 20 फरवरी। जे.सी.बोस विश्वविद्यालय में मीडिया विभाग के सोशल वर्क के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए दस दिवसीय ग्रामीण शिक्षा शिविर का आज विधिवत समापन हो गया। शिविर में विद्यार्थियों ने ग्रामीण परिवेश की वास्तविकताओं से परिचित होने का एक अद्भुत अनुभव प्राप्त किया। स्थानीय समुदायों से संवाद स्थापित कर सामाजिक विकास में ग्रामीणों की भागीदारी के लिए उन्हें प्रेरित किया। विद्यार्थियों ने दस दिन तक गांव-स्कूल में स्वास्थ्य शिविर, जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक, स्वच्छता अभियान जैसी गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक भी किया। शिविर स्थल पर विद्यार्थियों की तमाम गतिविधियों संबंधित चित्र प्रदर्शनी को सभी अतिथियों ने सराहना की।

इस शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि उधमी एवं समाजसेवी मुकेश मंगला, विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी प्रियंका गर्ग, भाजपा प्रवक्ता बिजेंद्र नेहरा, जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभागाध्यक्ष डॉ.पवन सिंह ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। दीप प्रज्वलन से समारोह शुरू हुआ। इसके उपरांत छात्रों ने समूह नृत्य किया। शिविर के दौरान आयोजित खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को ट्रॉफी देकर और सभी अतिथियों, स्कूल विद्यार्थियों, अध्यापक एवं ग्रामीणों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

बल्लबगढ़ के सागरपुर गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में संचार एवं मिडिया तकनीकी विभाग के सोशल वर्क में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए दस दिवसीय ग्रामीण शिक्षा शिविर का आयोजन किया गया जिसका आज बृस्पतिवारको विधिवत समापन हुआ। इस अवसर पर उधमी एवं समाजसेवी मुकेश मंगला ने अपने उद्बोधन में सामाजिक सदभाव समरसता के भाव को जागृत करने वाला संदेश देते हुए चलो गांव की ओर के मूल उदेश्य हेतु  इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन की सराहना की। उन्होंने शिक्षा के साथ संस्कार की सार्थकता के प्रभाव को भी उदाहरण देकर बताया।

समाजसेवी प्रियंका गर्ग ने अपने उद्बोधन में जे.सी.बोस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की शिविर संबंधित तमाम गतिविधियों की खूब सराहना की। उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी जीवनशैली के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। गांव की सामाजिकता, समरसता और गांव के सौहार्द, कम संसाधन में बेहतर परिणाम कैसे दें ये सीख हमे गांवों से ही प्राप्त होते हैं।

मीडिया विभागाध्यक्ष डॉ.पवन सिंह ने अपने उद्बोधन में कुटुंब प्रबोधन की महत्ता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस दस दिवसीय ग्रामीण शिक्षा शिविर में विद्यार्थियों ने ग्रामीण संयुक्त परिवार के साथ-साथ गांव को समझा, गांव को जाना, जो इन्हे जाना पहचाना सा लगा। यह इनके द्वारा साझा किए गए अनुभव से स्पष्ट व्यक्त हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त इन्होने विगत दस दिनों में स्वास्थ्य शिविर, जागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक, स्वच्छता अभियान जैसी गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक भी किया।

शिविर के सफल आयोजन पर कुलपति प्रो.एस.के.तोमर ने मीडिया विभाग की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम के अतिरिक्त  व्यावहारिक ज्ञान का समय समय पर अनुभव प्राप्त करना भी आवश्यक है। शिविर की तमाम गतिविधियों संबंधित चित्र प्रदर्शनी को सभी ने सराहा। अंत में शिविर संयोजक डॉ. के.एम. ताबिश ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर भाजपा नेता एवं समाजसेवी बिजेंद्र नेहरा, पूर्व सैनिक, आंगनवाड़ी आशा वर्कर, वरिष्ठजन एवं उपस्थित समस्त ग्रामीण विशेष रूप से उपस्थित रहे।

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