Faridabad NCR
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढाने व अपडेट करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का साइबर थाना सेन्ट्रल की टीम ने किया पर्दाफाश
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 9 जुलाई। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा व डीसीपी मुख्यालय हेमेन्द्र कुमार मीणा के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश व पुलिस उपायुक्त साइबर के श्री अभिमन्यु गोयत के मार्ग दर्शन में व साइबर थाना सेन्ट्रल प्रबंधक सतीश कुमार के नेतृत्व में क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढाने व अपडे करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के साइबर फ्रॉड करने वाले 6 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। आरोपी एनसीआर में अब तक करीब 200 वारदातों को अंजाम दे चुके है।
एसीपी साइबर श्री अभिमन्यु गोयत ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियो में शुभम, विकास, रोहित कुमार, मनीष, अभिषेक औऱ अजय का नाम शामिल है। आरोपी शुभम, विकास और अभिषेक झारखंड के जिले जमशेदपुर का आरोपी रोहित उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले का आरोपी मनीष बिहार के शहरसा जिले का तथा आरोपी अजय झारखंड के हजारी बाग जिले का रहने वाला है। आरोपी शुभम,मनीष,अजय वर्तमान में गुरुग्राम में रह रहे है। आरोपी विकास आरोपी अभिषेक फरीदाबाद में तथा आरोपी रोहित दिल्ली का रहने वाला है। आरोपी दिल्ली में नौकरी करने के दौरान एक दुसरे से मिले थे। आरोपियो के द्वारा फरीदाबाद के ओल्ड में रहने वाले ज्ञान प्रकाश के साथ DBS BANK के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढाने व अपडेट करने के नाम पर 28 जून को झांसा देकर 25914/- रुपये धोखाधडी से हडप की वारदात को अंजाम दिया था। जिसकी शिकायत शिकायतकर्ता के द्वारा साइबर थाना बल्लबगढ़ में दी जिसपर कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर आरोपियो की तलाश की जा रही थी। साइबर पुलिस टीम ने आरोपियो को अपने सूत्रों से प्राप्त सूचना से गुरुग्राम के सेक्टर- 18 से फर्जी कॉल सेंटर चलाते हुए 6 आरोपियो को काबू किया है। सभी आरोपियो को मामले में पूछताछ के लिए अदालत में पेश कर 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि आरोपी शुभम, विकास, अजय और अभिषेक स्कूल, कॉलेज समय से एक दुसरे को जानते है। आरोपी रोहित औऱ मनीष ने इन आरोपियो के साथ दिल्ली में कॉल सेंटर में काम किया था। आरोपी विकास और अभिषेक कॉल करके लोगो अपने जाल में फसाते थे। आरोपी अजय का पैसे निकालने का काम था। आरोपी शुभम सुपर वाई जर का काम तथा डाटा उपलब्ध करने का काम करता है। आरोपी रोहित टीम लीडर काम करता है। आरोपी मनीष मॉनिटरेट का काम करता है। वारदात का मुख्य आरोपी मनीष है। आरोपियो से पूछताछ के दौरान 60 मोबाइल फोन, 52 सिम,16 चैक बुक, 6 पास बुक,18 डेबिट कार्ड के साथ 17500/-रु नगद बरामद किए गए है। आरोपियो द्वारा प्रयोग में किए गए खातो से करीब 200 वारदातो में 60-70 लाख का लेन देन है।
आजकल के आधुनिक दौर में लोग मूलभूत जरुरतो को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड्स पर अधिक निर्भर हो रहे है और उनमें आई समस्या का समाधान जल्द से जल्द घर बेठे व ऑनलाइन माध्यम से करना चाहते है l जिससे जाने अनजाने मे लोग साइबर अपराध करने वाले ठगों का निशाना बन जाते हैं| जिस का ठगी करने वाले अपराधिक प्रवृति के लोग फायदा उठाकर लोगों के साथ ऑनलाइन माध्यम से ठगी करके लोगों के महनत की कमाई को हड़प लेते है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि अगर किसी के साथ कोई साइबर फ्रॉड होता है तो तुरंत 1930 पर कॉल करे ताकि लापरवाही की वजह से या साइबर ठगों की चालाकी वजह से हुए वित्तीय नुकसान को रोका जा सके।