Faridabad NCR
बिजली अधिकारियों ने विभाग के महानिदेशक, मंत्री सहित मुख्यमंत्री के आदेशों को बताई धता
Palwal Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : मीडिया द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों की कारगुजारी एवं भ्रष्टाचार को उजागर करने के बाव, हरियाणा सरकार के बिजली मंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय एवं महानिदेशक कार्यालय दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से जांच के लिए शिकायत प्राप्त होने के बाद आज तक कोई कार्रवाई न कर, जिले में बिजली अधिकारियों ने अपने तालमेल की शक्ति को दिखा दिया है। पलवल जिले की बिजली अधिकारियों ने आदेशों की पालना न कर मुख्यमंत्री, हरियाणा। बिजली मंत्री सहित अपने महानिदेशक निदेशक चीफ इंजीनियर सहित हरियाणा सरकार व अपने आला अधिकारियों को आइना दिखा दिया है। जिसके बाद स्पष्ट हो चुका है कि पलवल में कार्यरत बिजली अधिकारी के मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, महानिदेशक, निदेशक, चीफ इंजीनियर के आदेश कोई अहमियत नहीं रखते। जिसके बाद पीड़ित ने प्रधानमंत्री ग्रीवेंस पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई हैं।
शिकायतकर्ता विष्णु चौहान ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि एसडीओ पंकज पवार द्वारा कराई जा रही बिजली की चोरी एवं रंजिशन, द्वेष भाव रखते हुए अनैतिक तरीके से बिजली कनेक्शन रद्द करने की शिकायत को लेकर उन्होंने महानिदेशक दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय हरियाणा सरकार को भेजी जिस पर संज्ञान लेते हुए सचिव धर्मेंद्र कुमार ने कार्रवाई हेतु विभाग के पास भेज दी। वही बिजली मंत्री के सचिव शिवकुमार ने शिकायत पर संज्ञान लेने के लिए शिकायत को जांच हेतु बिजली विभाग भेज दिया गया है। महानिदेशक, निदेशक ऑपरेशन, चीफ इंजीनियर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम कार्यालय से शिकायतें 7 मार्च 2023 को पलवल एस.ई. कार्यालय पलवल पहुंच चुकी हैं लेकिन आज तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एसडीओ सब अर्बन पंकज पवार के क्षेत्र में आज भी बेधड़क बिजली चोरी जारी है। जिससे स्पष्ट है कि पलवल में अनैतिक कार्य करने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों को न तो मुख्यमंत्री, न बिजली मंत्री, न विधायक, न अपने विभाग के महानिदेशक, निदेशक किसी की भी परवाह नहीं है महीनों बीत जाने के बाद विष्णु चौहान ने अपनी गुहार प्रधानमंत्री ग्रीवेंस पोर्टल पर लगाई है जिसके नोडल ऑफिसर आईएएस राजीव रतन हैं। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार किस तरह से सर चढ़कर बोल रहा है हरियाणा सरकार, मंत्री, विभाग के आईएएस अफसर शिकायत को जांच के लिए भेजते हैं और जिले में सारे अधिकारी सांठगांठ करके 18 शिकायतों को पी जाते हैं। ऐसे में न्याय कैसे मिल सकता है। इसलिए थक हार कर पीड़ित विष्णु चौहान ने प्रधानमंत्री भारत सरकार से न्याय की गुहार लगाई है